
एजेंसी, न्यूयॉर्क। व्हाइट हाउस में सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (MBS) के दौरे के दौरान माहौल बेहद तनावपूर्ण रहा। वे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ ओवल ऑफिस में मुलाकात कर रहे थे, उसी समय बाहर 9/11 हमलों में मारे गए लोगों के परिजन जोरदार विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। 23 साल बाद भी इस दर्दनाक घटना के घाव भर नहीं पाए हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रिपोर्टर्स ने प्रिंस सलमान से 9/11 और पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या पर तीखे सवाल पूछे। इसी दौरान बाहर प्रदर्शनकारी 'न्याय चाहिए' और 'सऊदी जवाब दे' जैसे नारे लगा रहे थे। परिजनों का आरोप है कि सऊदी अरब ने हमलों में अप्रत्यक्ष भूमिका निभाई थी। आज तक सच्चाई सामने नहीं लाई गई।
मोहम्मद बिन सलमान ने 9/11 हमलों पर कहा कि ओसामा बिन लादेन ने जानबूझकर सऊदी नागरिकों का इस्तेमाल किया, जिससे अमेरिका और सऊदी अरब के रिश्ते टूट जाएं। उन्होंने कहा कि जो लोग आज भी सऊदी अरब को जिम्मेदार ठहराते हैं, वे अनजाने में लादेन का काम पूरा कर रहे हैं। प्रिंस ने दावा किया कि CIA के दस्तावेज भी इसी ओर इशारा करते हैं कि लादेन दोनों देशों के संबंध कमजोर करना चाहता था।
मोहम्मद बिन सलमान ने भरोसा दिलाया कि सऊदी अरब अब सुरक्षा और आतंकवाद-निरोधक उपायों को मजबूत करने में जुटा है। उन्होंने कहा कि वे अमेरिका-सऊदी रिश्ते को और मजबूत बनाना चाहते हैं। वह लादेन की मंशा को पूरा नहीं होने देंगे।
2018 में पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के सवाल पर प्रिंस ने कोई नया बयान नहीं दिया। उन्होंने बस इतना कहा कि आगे बढ़ने का समय है। जबकि मानवाधिकार संगठन और पीड़ित परिवार अब भी उनसे स्पष्ट जवाब की उम्मीद कर रहे हैं।