
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार ने शनिवार को बहुचर्चित 27वां संविधान संसोधन संसद में पेश कर दिया है, जो देश की सैन्य कमान संरचना और संवैधानिक ढांचे में बड़े बदलाव का प्रस्ताव है। इसके तहत नया पद बनाया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी पाक आर्मी चीफ आसिम मुनीर को सौंपी जाएगी।
पाकिस्तान सरकार द्वारा प्रस्तावित इस नए पद का नाम रक्षा बलों के प्रमुख (Chief of Defense Forces) है। इस नए संशोधन विधेयक के तहत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सलाह पर आसिम मुनीर को इस पद पर नियुक्त करेंगे। नए प्रावधान के तहत यह भी प्रस्तावित है कि देश के राष्ट्रपति प्रधानमंत्री की सलाह पर सेना, नौसेना और वायु प्रमुखों की नियुक्ति करेंगे, जबकि सेना के प्रमुख रक्षा बलों के प्रमुख के रूप में भी कार्य करेंगे।
सरकार ने बताया कि उसने यह फैसला सेना के बीच बेहतर सामंजस्य स्थापित करने के लिए लिया है, जिससे तीनों सेनाएं (थल सेना, नौसेना और वायु सेना) सिंगल कमांड के अंतर्गत काम कर सके। पाकिस्तान की मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर में भारत से बुरी तरह हारने के बाद पाकिस्तान ने सबक के तौर पर यह फैसला लिया है। 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने 7 मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकी ढांचे को निशाना बनाया गया था।
पिछले ही महीने एयर मार्शल एपी सिंह ने बताया था कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान F-16 फाइटर जेट समेत पाकिस्तान के कई सैन्य लड़ाकू विमान धराशायी हो गए थे। आखिर में थककर पाकिस्तान ने लड़ाई रोकने की गुजारिश की थी, जिसके बाद भारत ने हमले बंद कर दिए थे।
यह संसोधन सेना प्रमुख को बेहिसाब ताकत देगा, जो एक तरह से तख्तापलट को संवैधानिक मंजूरी देने जैसा है। मसौदे के अनुसार मुनीर के पास परमाणु कंट्रोल का भी हक होगा। यह कानून सरकार को सशस्त्र बलों से फील्ड मार्शल, वायु सेना के मार्शल और बेड़े के एडमिरल के पदों पर पदोन्नत करने का अधिकार भी देता है, जिसमें फील्ड मार्शल का पद आजीवन बना रहेगा।