डिजिटल डेस्क। 24 फरवरी 2022 से जारी रूस-यूक्रेन युद्ध की समाप्ति को लेकर प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन कोई ठोस नतीजा नहीं निकल पा रहा है। हाल ही में अमेरिका और रूस के बीच उच्च स्तरीय बातचीत हुई थी।
अलास्का में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच करीब तीन घंटे चली बैठक का मुख्य विषय रूस-यूक्रेन युद्ध ही रहा। इस दौरान पुतिन ने शांति समझौते के लिए बेहद सख्त शर्तें रखीं, जिनको लेकर यूक्रेन तैयार नहीं है।
सूत्रों के मुताबिक पुतिन ने स्पष्ट किया कि किसी भी शांति समझौते के लिए कीव को पूर्वी डोनबास क्षेत्र छोड़ना होगा, नाटो में शामिल होने की महत्वाकांक्षा का त्याग करना होगा। यह गारंटी देनी होगी कि पश्चिमी देश कभी भी यूक्रेन में सैन्य बल तैनात नहीं करेंगे। बैठक के बाद पुतिन ने कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि ये वार्ता 'यूक्रेन में शांति की राह खोलेगी।'
ट्रंप ने खुद को मध्यस्थ की भूमिका में पेश करते हुए कहा कि मुझे विश्वास है कि पुतिन इस युद्ध को समाप्त करना चाहते हैं। हम इसे हल कर लेंगे। उन्होंने पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की की सीधी बैठक कराने के प्रयास भी शुरू कर दिए हैं।
वार्ता के दिन ही रूस ने यूक्रेन पर भीषण हमला किया। यूक्रेन की वायुसेना के अनुसार रूस ने 574 ड्रोन और 40 मिसाइलें दागीं, जिनमें से 546 ड्रोन और 31 मिसाइलें मार गिराई गईं। इसके बावजूद ल्विव और मुकाचेवो में भारी नुकसान हुआ है। एक व्यक्ति की मौत हुई और दर्जनों लोग घायल हुए।
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि रूस अब भी गंभीर वार्ता का इच्छुक नहीं है। उन्होंने कहा कि मास्को की ओर से कोई संकेत नहीं है कि वे वास्तव में शांति के लिए तैयार हैं।