हांगकांग के सबसे अमीर व्यक्ति ली का शिंग अगले 5 साल तक shantou यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले सभी बच्चों की फीस भरेंगे। ली ने पिछले सोमवार को इसकी घोषणा की है। 91 वर्षीय ली ने हालही में अपनी कंपनी सीके हचिसन होल्डिंग्स लिमिटेड और चेउंग कोंग प्रॉपर्टी होल्डिंग्स से रिटायरमेंट की घोषणा कर कंपनी का चेयरमैन पद छोड़ दिया था। उन्होंने कंपनी का पूरा जिम्मा अपने बेटे को दे दिया है। ली अब पूरी तरह से अपने चैरिटेबल फाउंडेशन ली का शिंग के चैरिटी से जुड़े काम पर फोकस करेंगे।
प्लास्टिक कंपनी में काम करते थे ली
एक गरीब से एशिया के इस देश का सबसे आमिर इंसान बनने की ली की कहानी संघर्षपूर्ण रही है। ली का जन्म 19 जुलाई 1928 को चीन में हुआ था। ली जब 11 साल के हुए तब जापान ने साम्राज्य विस्तार के लिए चीन पर हमला कर दिया। युद्ध में ली के पिता परिवार के साथ हांगकांग चले गए। ली जब हाई स्कूल में थे उसी दौरान पिता की बीमारी की वजह से मौत हो गई। घर संभालने के लिए उन्हें पढ़ाई छोड़कर एक प्लास्टिक फैक्ट्री में काम करना पड़ा। यही से धीरे-धीरे ली ने आगे बढ़ना शुरू किया। 1950 में पहले एक प्लास्टिक फैक्ट्री डाली और धीरे-धीरे यह कारवां एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति से लेकर दुनिया के 38वें सबसे अमीर इंसान की खिताब तक ले गया।
-ली का शिंग ने बहुत ही कम उम्र में अपने पिता को खो दिया था। परिवार को सोपर्ट करने और जिम्मेदारियां संभालने के लिए उन्होंने एक प्लास्टिक फैक्ट्री में काम किया। परिवार की सभी जिम्मेदारियां संभालने की वजह से महज 16 साल की उम्र में उन्हें अपनी पढ़ाई छोड़नी पड़ी।
-हांगकांग के जापानी कब्जे के दौरान लगभग चार वर्षों के लिए, उन्होंने अपनी मां को अपने वेतन का 90% तक हिस्सा भेजा। ली ने छोटी उम्र से कड़ी मेहनत की, वे लगातार 16 घंटों तक काम किया करते थे।
-अपनी मेहनत और लगन के दम पर ली अंततः फैक्ट्री के शीर्ष सेल्समैन बन गए। महज 18 साल की उम्र पूरी करने तक उन्हें फैक्ट्री प्रबंधक बनने के लिए पदोन्नत कर दिया गया था।
-ली ने 1950 में महज 22 साल की उम्र में अपनी पहली फैक्ट्री खोली। उनकी फैक्ट्री चेउंग कांग इंडस्ट्रीज सभी प्रकार के प्लास्टिक का निर्माण करती थी, लेकिन अपने प्लास्टिक के फूलों के लिए विशेष रूप से लोकप्रिय थी। उन्होंने प्लास्टिक फैक्ट्री में काम करने के दौरान ही यह अनुमान लगाया कि प्लास्टिक एक तेजी से बढ़ता उद्योग बन जाएगा और वह सही साबित हुआ।
-ली ने कम उम्र में स्कूल छोड़ दिया और कभी भी विश्वविद्यालय की डिग्री नहीं ली, लेकिन वह हमेशा पढ़ने वाले व्यक्ति रहे हैं और अपनी सफलता के लिए अपनी स्वतंत्र रूप से सीखने की क्षमता को श्रेय देते हैं।