बिजनेस डेस्क। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फिर एक बार टैरिफ का बम फोड़ना शुरू कर दिया है। ट्रंप ने 14 देशों पर नए शुल्क का ऐलान कर दिया है। इसमें यूएस के करीबी माने जाने वाले जापान और दक्षिण कोरिया भी शामिल हैं। इसके अलावा कजाखस्तान, मलेशिया, ट्यूनीशिया, दक्षिण अफ्रीका, बोस्निया-हर्जेगोविना, इंडोनेशिया, बांग्लादेश, सर्बिया, कंबोडिया, थाईलैंड, लाओस और म्यांमार शामिल हैं।
हैरानी की बात यह है कि यूएस ने भारत और चीन को अभी तक नहीं छुआ है। बता दें कि चीन तो वैसे ही यूएस का एंटी माना जाता है। साथ ही हाल में टैरिफ को ही लेकर दोनों देशों के बीच जबरदस्त तनातनी देखी गई थी। दूसरी ओर भारत को ट्रंप टैरिफ किंग बता चुके हैं। ऐसे में दोनों देशों का इस सूची से बाहर रह जाना हैरान करने वाला है। हालांकि, ट्रंप ने यह बात भी खुद ही बता दी है कि आखिर क्यों उन्होंने भारत पर टैरिफ नहीं लगाया गया है। उन्होंने कहा, "हम भारत के साथ समझौते के बहुत करीब हैं।" हालांकि, उन्होंने इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी। भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक रिश्ते हमेशा से अहम रहे हैं और यह समझौता दोनों देशों के लिए फायदेमंद हो सकता है।
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर 14 देशों को भेजे गए लेटर शेयर किए हैं। इनमें थाईलैंड, म्यांमार, बांग्लादेश, दक्षिण कोरिया, जापान, मलेशिया, कजाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका, लाओस, इंडोनेशिया, ट्यूनीशिया, बोस्निया और हर्जेगोविना, सर्बिया और कंबोडिया शामिल हैं। इन देशों पर 1 अगस्त से टैरिफ लागू होंगे। थाईलैंड और कंबोडिया पर 36% टैरिफ, बांग्लादेश और सर्बिया पर 35%, म्यांमार और लाओस पर 40%, इंडोनेशिया पर 32%, दक्षिण अफ्रीका और बोस्निया पर 30%, जबकि मलेशिया, कजाकिस्तान, जापान और दक्षिण कोरिया पर 25% टैरिफ लगेगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने 2 अप्रैल को ‘लिबरेशन डे’ (मुक्ति दिवस) घोषित करते हुए 57 देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने का ऐलान किया था। हालांकि एक हफ्ते बाद ही इस पर अमल स्थगित कर दिया और तमाम देशों को 90 दिनों के भीतर अमेरिका के साथ डील करने को कहा। उस समय ट्रंप ने कहा था कि 90 दिनों में 90 डील होंगी। हालांकि अभी तक सिर्फ इंग्लैंड और वियतनाम के साथ डील को अंजाम दिया गया है। चीन के साथ अस्थायी डील हुई है।