एजेंसी, नई दिल्ली। अमेरिका में बुधवार को उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब ट्रंप के करीबी नेता चार्ली कर्क (Charlie Kirk Murder) की एक सभा में गोली मारकर हत्या कर दी गई। कर्क मंच से भाषण दे रहे थे, तभी स्नाइपर ने फायरिंग की। हमलावर गोली चलाने के बाद छत से कूदकर फरार हो गया।
किर्क पिछले दिनों अपने बयानों को लेकर चर्चा में थे। 2 सितंबर को उन्होंने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा था कि अमेरिका को भारत से आने वाले लोगों को वीजा (Indian Visa Row) देने की कोई जरूरत नहीं है। उनका कहना था कि भारतीयों की वजह से अमेरिकी कामगारों की नौकरियां प्रभावित हो रही हैं।
उन्होंने लिखा था – बहुत हो गया, अब हमें अपने लोगों को प्राथमिकता देनी होगी।” इस बयान पर भारतीय समुदाय ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी।
चार्ली कर्क अक्सर कॉलेज छात्रों के बीच कंजर्वेटिव विचारधारा को बढ़ावा देते थे। गाजा युद्ध के दौरान वे खुलकर इजरायल के समर्थन में बोले। कई बहसों में वे फिलिस्तीन की आलोचना करते दिखे थे। उनकी पहचान ट्रंप के "अमेरिका फर्स्ट" एजेंडे के प्रबल समर्थक के तौर पर थी।
हत्या के बाद जांच एजेंसियां हरकत में आ गईं। एफबीआई ने संदिग्ध की दो तस्वीरें जारी की हैं। तस्वीरों में वह टोपी, धूप का चश्मा और काली शर्ट पहने दिख रहा है। अधिकारियों ने बताया कि हत्या में इस्तेमाल की गई उच्च-शक्ति वाली राइफल बरामद कर ली गई है। एफबीआई ने जनता से अपील की है कि अगर संदिग्ध के बारे में कोई जानकारी मिले तो तुरंत साझा करें।