वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ ब्रायन ने शुक्रवार को चीनी सरकार पर ट्रंप प्रशासन के सबसे तीखे हमले की शुरुआत की। उन्होंने राष्ट्रपति शी जिनपिंग की तुलना रूस के क्रूर तानाशाह जोसेफ स्टालिन से की, जिनकी नीतियों की वजह से लाखों लोगों की हत्या कर दी गई थी। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी प्रचार के माध्यम से अमेरिकियों का लाभ उठाने की कोशिश कर ही है। चीन ने बड़ी कंपनियों के माध्यम से अमेरिकियों के "सबसे अंतरंग डेटा" का संग्रह कर लिया है, जिन्होंने भारी निवेश किया और यहां तक कि हॉलीवुड को स्व-सेंसरशिप करने का दबाव डाला।
रॉबर्ट ओ'ब्रायन, जिन्होंने साल 1930 के दशक के बाद से बीजिंग की ओर लगातार अमेरिकी सरकारों की विदेश नीति को ''सबसे बड़ी गलती '' बताया। उन्होंने कहा कि चीन ने अपनी सीमाओं से परे रहने वाले लोगों के दिमाग को नियंत्रित करने का प्रयास कर रहा था। उन्होंने कहा कि कम्युनिस्ट पार्टी, व्यापार का उपयोग अपने फरमानों को लागू करने के लिए कर रही थी।
हालांकि, एनएसए रॉबर्ट ओ'ब्रायन ने अमेरिका में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की पैठ के बारे में खुलकर बताया है। उनके भारतीय समकक्ष अजीत डोभाल, जो दिल्ली स्थित थिंक टैंक विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन के अध्यक्ष हैं, ने "दुश्मन देशों" में पीएलए के खुफिया पैठ पर एक पेपर लिखा था। डोभाल ने अपने पेपर में पीपल्स लिबरेशन आर्मी इंटेलिजेंस की संरचना और लोकतांत्रिक देशों में प्रचार को एक उपकरण के रूप में इस्तेमाल करने की व्याख्या की थी, जिसका एक प्रमाण दुनिया अब अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और ब्राजील में पहचान रही है।
ओ'ब्रायन ने कहा कि ट्रंप प्रशासन ने सुधारात्मक कदम उठाने शुरू कर दिए थे और अमेरिका में चीनी प्रभाव को रोकने के लिए प्रशासन द्वारा उठाए गए छह कदमों को रेखांकित किया था। लेकिन उन्होंने बताया कि यह सिर्फ शुरुआत थी। एरिजोना के फीनिक्स में लोगों के एक समूह को अपने संबोधन में, ओ'ब्रायन ने रेखांकित किया कि बीजिंग में मेगा चीनी फर्मों और कम्युनिस्ट पार्टी की सत्ता में वास्तव में कोई अंतर नहीं था।
व्हाइट हाउस द्वारा जारी प्रतिलेख के अनुसार, उन्होंने कहा- चीनी कम्युनिस्ट पार्टी, लोगों के जीवन पर पूरा नियंत्रण चाहती है। इसका मतलब है कि आर्थिक नियंत्रण, इसका मतलब राजनीतिक नियंत्रण है, इसका मतलब शारीरिक नियंत्रण है और शायद सबसे महत्वपूर्ण बात, इसका मतलब विचारों पर नियंत्रण है। ओ'ब्रायन ने एक ऑस्ट्रेलियाई अधिकारी द्वारा किए गए विश्लेषण के हवाले से कहा कि क्लासिकल चाइनीज स्टेट्सक्राफ्ट में नियंत्रण पाने और बनाए रखने के लिए दो उपकरण थे: पहला है 'वू', हथियार व हिंसा और दूसरा है 'वेन', भाषा और संस्कृति। चीनी नेताओं ने हमेशा माना है कि शक्ति युद्ध के मैदान और सांस्कृतिक क्षेत्र, दोनों को नियंत्रित करने से उत्पन्न होती है।