बिलासपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। कोरोना महामारी ने फिर से बढ़ने के संकेत दे दिए हैं। गुरुवार को जिले में नौ नए कोरोना मरीज की पहचान की गई है। इसमे से पांच मरीज शहरी क्षेत्र के रहने वाले हैं। जिले में 10 दिन के भीतर 43 मरीज मिल चुके हैं। वहीं अब बढ़ते मामलों को देखकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी सकते में आ गए है और जिलेवासियों को कोरोना गाइडलाइन के पालन करने की हिदायत दे रहे हैं। साथ ही नियंत्रण कार्य को तेज करने के साथ ही सैंपलिंग बढ़ाने के निर्देश दे दिए गए हैं।
कोरोना वायरस शांत तरीके से अपने संक्रमण की रफ्तार बढ़ाता जा रहा है और धीमे रफ्तार से ही सही, एक के बाद एक लोगों को संक्रमित करते जा रहा है। 10 दिन पहले तक जिले में मरीजों की संख्या शून्य पर थी। लेकिन, उसके बाद लगातार दिनों में मरीज मिलने का सिलसिला शुरू हो गया है। यह भी बढ़ते क्रम में चल रहा है। इसी वजह से अब जिले में कोरोना के 43 सक्रिय मरीज हो गए हैं। संक्रमितों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ती ही जा रही है। अब ऐसे में कोरोना नियंत्रण पर पूरा ध्यान देना जरूरी हो गया है।
लापरवाही की दशा में और भी तेज गति से संक्रमण का दायरा बढ़ता जाएगा। इधर स्वास्थ्य विभाग में भी बिगड़ती स्थिति को देखते हुए फिर से कर्मचारियों को कोरोना ड्यूटी पर बुलाया जा रहा है। इसके साथ ही फिर से बंद पड़े कोरोना जांच सेंटर को खोलने का निर्णय ले लिया गया है। वहीं एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन में कुछ ही दिनों में बाहर से आने वालों की कोरोना जांच शुरू कर दी जाएगी। सीएमएचओ डा. प्रमोद महाजन का कहना है कि अभी भी स्थिति बिगड़ी नहीं है। यदि जिलेवासी फिर से महामारी को लेकर सचेत हो जाएं और कोरोना गाइडलाइन का पालन करें तो इसे बढ़ने से रोका जा सकता है।
यहां मिले संक्रमित
शहर अंतर्गत नेहरू नगर, विनोबा नगर, हेमूनगर, बैमा नगोई रोड सरकंडा, विजयापुरम कालोनी, जरहाभाठा से मरीजों की पहचान की गई है। ग्रामीण क्षेत्र में कोटा अंतर्गत ग्राम पिपरतराई, रानीसागर से, तखतपुर के वार्ड क्रमांक तीन से कोरोना मरीज मिले है।ं साफ है कि शहरी क्षेत्र के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में भी कोरोना वायरस अपना असर दिखाने लगा है।
विदेश से आने वालों की निगरानी
अभी जितने भी मरीज मिल रहे हैं, उसमे से ज्यादातर की ट्रेवल हिस्ट्री निकल रही है, जिन्होंने हाल फिलहाल में किसी प्रदेश या विदेश से वापसी की है। जांच में इनके कोरोना पाजिटिव निकलने की आशंका भी ज्यादा है। ऐसे में विदेश से आने वाले सभी को निगरानी में लेकर उनके कोरोना टेस्ट की व्यवस्था की जा रही है। ताकि संक्रमण की रफ्तार को कम किया जा सके।
लापरवाही करनी होगी बंद
महामारी का डर लोगों के मन से निकल गया है। ऐसे में हर तरफ लापरवाही हो रही है। ज्यादातर ने कोरोना गाइडलाइन का पालन करना बंद कर दिया है। बिना मास्क निकल रहे हैं। इधर बाजारों व अन्य सार्वजनिक स्थानों पर जमकर भीड़ उमड़ रही है। वहां पर भी गाइडलाइन का पालन नहीं किया जा रहा है। यदि लापरवाही बंद नहीं हुई तो इसके गंभीर परिणाम सामने आ सकते हैं।