आदिवासी नेता बट्टी का शव भोपाल से नहीं पहुंचा छिंदवाड़ा, लोगों ने किया चक्काजाम
भोपाल के चिरायु अस्पताल प्रबंधन ने भारतीय गोंडवाना पार्टी के नेता मनमोहन शाह बट्टी का शव
By Hemant Kumar Upadhyay
Edited By: Hemant Kumar Upadhyay
Publish Date: Mon, 03 Aug 2020 07:40:32 PM (IST)
Updated Date: Tue, 04 Aug 2020 05:55:34 AM (IST)

छिंदवाड़ा (नईदुनिया प्रतिनिधि)। अमरवाड़ा के पूर्व विधायक और भारतीय गोंडवाना पार्टी के नेता मनमोहन शाह बट्टी का शव सोमवार को भोपाल से उनके गृह ग्राम देवरी नहीं पहुंचा तो उनके समर्थकों का सब्र का बांध टूट गया। उन्होंने हर्रई में चक्काजाम कर दिया और एलान किया जब तक शव नहीं आएगा चक्काजाम जारी रहेगा।
इधर मनमोहन शाह बट्टी के निज सचिव अफरोज खान ने बताया कि पहले उनका गृह ग्राम देवरी में अंतिम संस्कार करने वाले थे, लेकिन भोपाल में चिरायु अस्पताल प्रबंधन ने शव देने से इन्कार कर दिया है।
इधर एडीएम राजेश बाथम ने कहा कि फिलहाल हम इस मामले पर नजर रखे हुए हैं, जहां तक शव सौंपने का मामला है। इसका फैसला भोपाल प्रशासन और अस्पताल प्रबंधन को करना है। स्थानीय स्तर पर जो भी मदद होगी की जाएगी।
राजनीति में तीसरी ताकत बनकर उभरे थे बट्टी
जिले और प्रदेश की राजनीति में मनमोहन शाह बट्टी ने अपनी भाषण शैली से खास पहचान बनाई थी और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के नेता के बतौर तीसरी ताकत के रूप में उभरे थे। उन्होंने 2003 में 'गोंडवाना के वास्ते खोल दो रास्ते' नारे से चुनाव लड़ा।
उमा भारती की अगुवाई में भाजपा ने आठ में से सात सीट जीती। लेकिन अमरवाड़ा से गोंगपा के उम्मीदवार मनमोहन शाह बट्टी ने ठाकुर हुकुम सिंह को हराकर इतिहास रच दिया और अपनी ताकत का अंदाजा भी करा दिया था। पिछले लोकसभा चुनाव में बट्टी के भाजपा में शामिल होने की बात चल रही थी, लेकिन, भाजपा में उनका विरोधहो गया था।