नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। चांदी ने इस बार सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। पहली बार चांदी की कीमत 1.60 लाख रुपये प्रति किलो को भी पार कर गई है। लेकिन इसके बाद भी चांदी की डिमांड खूब है। मूर्तियां हों या पूजा और गहनों के आर्टिकल्स लोग खूब खरीदारी कर रहे हैं। चांदी की बढ़ती कीमतों के बाद भी लोगों में उत्साह बना हुआ है। धनतेरस पर भी लोगों को लुभाने के लिए आकर्षक मूर्तियां और गहने बाजार में आए हुए हैं। एंटीक मूर्तियों का बेस चांदी ही है, लेकिन यह इतनी आकर्षक हैं कि लोग धनतेरस के लिए एडवांस में मूर्तियों को बुक कर रहे हैं।
धनतेरस पर सोना और चांदी के गहने व विभिन्न आर्टिकल्स लोग खूब खरीदते हैं। सराफा कारोबारी संदीप मित्तल ने बताया कि इस बार लक्ष्मी, गणेश, सरस्वती, कुबेर की चांदी की मूर्तियां एंटीक हैं। यह ऐसी प्रतिमाएं हैं जो सालों साल बाद भी काली नहीं पड़तीं। चांदी की प्रतिमाओं की देखभाल करनी पड़ती है, क्योंकि हवा लगने पर इनमें कालापन आ जाता है।
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लेकिन एंटीक मूर्तियां में यह शिकायत नहीं आती। इसलिए लोगों के बीच एंटीक मूर्तियों का चलन बढ़ गया है। वहीं होलो मूर्तियां यानी हल्की मूर्तियां भी इस बार उपलब्ध हैं। यह उन लोगों के लिए है, जिनका बजट सीमित है। सिल्वर बेस व गोल्ड का पत्रा इस बार ऐसे गहने भी चलन में हैं, जिनका बेस सिल्वर है लेकिन गोल्ड का पत्रा है। इससे गहने बिल्कुल सोने की तरह ही लगते हैं।
इस बार सिल्वर का डॉलर भी आया है। इसके अलावा गाय, नारियल, खिलौने भी बाजार में उपलब्ध हैं। मंदिर के लिए चांदी के झूमर बाज़ार में आए हैं। सोने-चांदी के सिक्के की डिमांड, हीरा भी पसंद बना संदीप मित्तल में बताया कि सोने और चांदी के सिक्के की भी डिमांड रहने वाली है। इस बाद सिल्वर के गहनों के साथ डायमंड चलन में है।