बिजनेस डेस्क। धनतेरस का पर्व भारतीय परंपरा में समृद्धि और शुभता का प्रतीक माना जाता है। इस दिन सोना, चांदी, बर्तन और धातुओं की खरीद शुभ मानी जाती है। जैसे-जैसे त्योहार नजदीक आता है, देशभर के बाजारों में रौनक बढ़ जाती है।
लोग नए आभूषणों की खरीदारी करते हैं और ज्वेलरी शोरूम्स को दीपों और फूलों से सजाया जाता है। कुछ शहर ऐसे हैं, जहां धनतेरस का बाजार किसी मेले से कम नहीं लगता।
इस आर्टिकल में हम आपको ऐसे कुछ बाजारों के बारे में बताते हैं...
महाराष्ट्र की आर्थिक राजधानी मुंबई का जावेरी बाजार भारत का सबसे बड़ा स्वर्ण बाजार माना जाता है। धनतेरस पर यह बाजार दुल्हन की तरह सजता है। पारंपरिक से लेकर आधुनिक डिजाइन की ज्वेलरी, हीरे, कुंदन और चांदी के गहनों की विशाल रेंज यहां मिलती है।
दिल्ली के ये दोनों बाजार धनतेरस के समय जगमगा उठते हैं। चांदनी चौक की पुरानी दुकानों में पारंपरिक और हैंडक्राफ्टेड ज्वेलरी की भरमार रहती है, जबकि करोल बाग में मॉडर्न और ट्रेंडी डिजाइनों की खूब डिमांड होती है।
दक्षिण भारत का प्रमुख ज्वेलरी हब टी नगर अपनी भारी-भरकम सोने की ज्वेलरी के लिए मशहूर है। धनतेरस पर यहां विशेष ऑफर और डिस्काउंट मिलते हैं।
मध्य भारत के इस प्रसिद्ध बाजार में रातभर रौनक रहती है। धनतेरस पर सराफा बाजार पूरी तरह जगमगाता है और यहां पारंपरिक आभूषणों की खास मांग रहती है।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का हजरतगंज धनतेरस पर रोशनी और सजावट से चमक उठता है। यहां पारंपरिक से लेकर मॉडर्न ज्वेलरी तक हर स्वाद के लिए कुछ न कुछ खास जरूर मिलता है।