बिजनेस डेस्क, इंदौर। रूस पर यूरोपीय संघ द्वारा लगाए गए नए प्रतिबंधों और डॉलर इंडेक्स में आई कमजोरी ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में अस्थिरता को जन्म दिया है। इसी अस्थिरता के बीच सोना-चांदी जैसी कीमती धातुओं में निवेशकों की दिलचस्पी एक बार फिर बढ़ गई है।
निवेशकों का झुकाव अब जोखिम वाले शेयर बाजार से हटकर सुरक्षित माने जाने वाले बुलियन मार्केट की ओर हो रहा है, जिससे अंतरराष्ट्रीय और भारतीय दोनों बाजारों में कीमती धातुओं की कीमतों में मजबूती देखी जा रही है।
शुक्रवार को कामेक्स पर सोना वायदा 3350 डॉलर प्रति औंस और चांदी वायदा 38.19 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ। इस उछाल की वजह भू-राजनीतिक तनाव और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता मानी जा रही है। निवेशक अब सुरक्षित विकल्प के रूप में सोना और चांदी को प्राथमिकता दे रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय रुख का असर इंदौर समेत देश के अन्य सराफा बाजारों में भी देखने को मिला। शनिवार को इंदौर में सोना केडबरी 98200 रुपये प्रति दस ग्राम और चांदी चौरसा 112800 रुपये प्रति किलो पर स्थिर रही। हालांकि गहनों का कारोबार कमजोर बना रहा।
उज्जैन में सोना स्टैंडर्ड 98300 और चांदी टंच 112900 रुपये प्रति किलो दर्ज की गई। वहीं रतलाम में चांदी चौरसा 114000 और सोना स्टैंडर्ड 100900 रुपये (आरटीजीएस) रहा।