बिजनेस डेस्क, नईदुनिया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ पर जो छूट दी थी वो 10 जुलाई को समाप्त हो रही है। ऐसे में टैरिफ लागू करने पर आगे का निर्णय क्या होगा ये जुलाई के पहले सप्ताह के बाद तय होगा। ब्रिक्स देशों का सम्मेलन भी जुलाई में होगा। इसमें होने वाले निर्णयों में चीन-अमेरिका का आर्थिक टकराव देखा जा सकता है या समन्वय भी बन सकता है। लिहाजा पारस्परिक टैरिफ का जो फैक्टर बीते महीनों में बाजार में उथल-पुथल लाने का कारण बना था अगले माह उस पर स्थिति साफ होगी और बाजार को निश्चित रूप से प्रभावित करेगा। यदि टकराव नहीं बढ़ा तो स्टॉक मार्केट पर जो असर और गिरावट थी वह भी अब दूर होती दिखेगी। हालांकि स्थानीय प्रभाव और बीते दिनों की गतिविधियों से एकाएक तेजी तो नहीं आएगी। साथ ही त्योहारी सीजन भी बाजार को गति देगा।
ग्रामीण क्षेत्रों से अच्छे मानसून से उपभोक्ता मांग निकली तो फिर से आर्थिकी बेहतर होगी। ऐसे में अब मौका बनता दिख रहा है जबकि निवेशकों को बाजार में उतरने की तैयारी करते हुए कदम आगे बढ़ाना चाहिए। इसके लिए अभी से शुरुआत करें। अलग-अलग स्तरों पर निवेश करें। कंपनियों के पोर्टफोलियो और प्रमोटरों की प्रोफाइल पर ध्यान केंद्रित करें। अच्छी कंपनियों और अच्छे प्रमोटर्स पर भरोसा कर उन कंपनियों पर ध्यान केंद्रीत करें। उनके स्टॉक्स में निवेश करें। साथ में अपने पोर्टफोलियों को विविधता वाला बनाए। अलग-अलग स्टॉक्स के साथ अलग-अलग फंड्स के साथ ही कुछ सामान्य योजनाओं में निवेश करें। कुछ रुपया अपने हाथ में भी रखें, जो कि जरुरत के समय काम आए। ऐसे मौके पर बेहतर है कि पेशवर की मदद ले उन्हें अपने लक्ष्य बताएं। साथ में अपनी क्षमता को भी आंके और रिस्क लेने की क्षमता भी जांचे। इस आधार पर निवेश की योजना बनाएं।