अगर आय नहीं है तो क्या आइटीआर फाइल करना सही? जानिए फायदे और नुकसान
बहुत से लोग जिनकी वार्षिक आय कर योग्य सीमा से कम होती है, वे भी आयकर रिटर्न (ITR) फाइल करते हैं। कई बार यह आपके लिए फायदेमंद साबित होता है तो कई बार इससे आपको नुकसान भी होता है।
Publish Date: Sat, 26 Jul 2025 03:47:56 PM (IST)
Updated Date: Sat, 26 Jul 2025 03:48:41 PM (IST)
कम उम्र के लोग भी आईटीआर फाइल करते हैं तााकि भविष्य में आसानी हो।HighLights
- कम उम्र के लोग भी आईटीआर फाइल करते हैं तााकि भविष्य में आसानी हो।
- आइटीआर एक वैध वित्तीय दस्तावेज है जो आपकी आय का प्रमाण होता है।
- कभी-कभी इसके फायदे होते हैं तो कभी-कभी इसके नुकसान भी होते हैं।
नई दिल्ली : बहुत से लोग जिनकी वार्षिक आय कर योग्य सीमा से कम होती है, वे भी आयकर रिटर्न (ITR) फाइल करते हैं। ऐसा वे इसलिए करते हैं ताकि भविष्य में लोन लेने, क्रेडिट कार्ड प्राप्त करने, पासपोर्ट या वीजा आवेदन, या बीमा पॉलिसी लेने में कोई परेशानी न हो।
आइटीआर एक वैध वित्तीय दस्तावेज है जो आपकी आय का प्रमाण होता है। लेकिन इसका एक दूसरा पहलू भी है, जिसे समझना जरूरी है।
कब हो सकता है नुकसान?
यदि आप केंद्र या राज्य सरकार की मुफ्त सुविधाएँ जैसे मुफ्त राशन, एलपीजी सब्सिडी, छात्रवृत्ति, बिजली बिल में छूट या कोई अन्य नकद सहायता ले रहे हैं, तो आइटीआर भरने से आपकी पात्रता प्रभावित हो सकती है।
केंद्र सरकार ने बैंक खाता, पैन कार्ड और आधार को आपस में लिंक कर दिया है। वहीं राज्य सरकारें समग्र आइडी (परिवार आइडी) को स्कूलों, गैस कनेक्शन, बिजली बिल, संपत्ति कर और अन्य सेवाओं से जोड़ रही हैं। इससे सरकार को आपकी वास्तविक आय का पता चल सकता है।
अगर आपने आइटीआर में इन योजनाओं की मान्य आय से अधिक आय दर्शाई है और सरकारी लाभ भी लिया है, तो जांच में ये लाभ बंद किए जा सकते हैं।
क्या करें?
अगर आपकी आय नहीं है या कर योग्य सीमा से कम है, तो आइटीआर केवल उचित कारण से ही भरें और हमेशा वास्तविक आय ही दर्शाएँ। इससे आप भविष्य में सुरक्षित रहेंगे और सरकारी लाभ भी बनाए रखेंगे।