
सुमित सिंह मोंगिया। यह एक तथ्य है कि बीते कुछ महीनों और वर्षों में स्टॉक मार्केट यानी शेयर बाजार ने निवेशकों को जो रिटर्न दिया है, वो अपेक्षा से कही बेहतर रहा है। शेयर बाजार लगातार तेजी पर सवार रहा है। इसने कई निवेशकों का ध्यान बाजार से जुड़े जोखिमों से संभवत: हटा दिया है।
कई नए और अनुभवहीन निवेशक मान बैठे हैं कि बाजार में हमेशा तेजी रहती है। बीते दिनों से बाजार में एफआईआई (विदेशी संस्थागत निवेशक) सेलिंग का दबाव बनता नजर आ रहा है।
दरअसल इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स की इंट्रा-डे ट्रेडिंग पर रोक लगाने के सेबी के नियम से उदास हुआ वर्ग अब एफआईआई सेलिंग के जरिए बाजार पर दबाव बना रहा है। साथ ही बैंकिंग सेक्टर के तिमाही नतीजे और उससे पहले आईटी कंपनियों के नतीजे भी अपेक्षानुरूप नहीं रहे हैं।
ऐसे में बाजार में थोड़ी गिरावट देखी गई है। यूं भी बाजार उच्चतम स्तर पर लगातार बना हुआ था। ऐसे में अनुभवी लोग लगातार एक करेक्शन को लेकर सचेत कर रहे थे। अब भी एफआईआई के दबाव से बाजार में गिरावट देखी जा सकती है।

यहां भी क्लिक करें - शेयर बाजार में तेजी के बाद भी सतर्कता जरूरी… एक्सपर्ट की निवेशकों को सलाह
लिहाजा निवेशकों को प्रॉफिट बुकिंग पर ध्यान देना चाहिए। साथ ही सचेत रहने की जरुरत है। सोच समझ कर निवेश करें, मिक्स पोर्टफोलियो बनाएं और सट्टेबाजी में न फंसें।
यदि बाजार में डीप आता है तो फिर उचित समय भांपकर बाजार में निवेश के लिए भी उतरना चाहिए। क्योंकि कुल मिलाकर करेक्शन के बाजार फिर अच्छी तेजी दिखाएगा।
रियल एस्टेट में निवेश करने वाले भी थोड़ा इंतजार कर सकते हैं। इंतजार करने पर बेहतर संपत्ति अच्छे दामों पर मिल सकती है। जल्दबाजी में निवेश का निर्णय न लें।
(सुमित सिंह मोंगिया इंदौर में पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं।)