नईदुनिया न्यूज, बिश्रामपुर: दो वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री की रायपुर में आयोजित आमसभा में शामिल होने जा रहे बिश्रामपुर मंडल के कार्यकर्ताओं की बस बेमेतरा के समीप दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इसमें गंभीर रूप से घायल भाजपा के तत्कालीन मंडल महामंत्री बिशंभर यादव ने स्थायी विकलांगता का शिकार होने के साथ ही भाजपा संगठन की उपेक्षा से व्यथित होकर मुख्यमंत्री से इच्छा मृत्यु की अनुमति मांगते हुए पत्र प्रेषित किया है।
भाजपा नेता सड़क हादसे के बाद अपने उपचार के कारण आर्थिक रूप से बर्बादी की कगार पर पहुंच चुके हैं। उसका कहना है कि कार्यकर्ताओं को सर्वोपरि बताने वाली भाजपा अब उसकी कोई सुध नही ले रही है।
बता दें कि विधानसभा चुनाव से पहले सात जुलाई 2023 को राजधानी रायपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आमसभा थी। पीएम की आमसभा के लिए भाजपा जिला संगठन द्वारा उपलब्ध कराई गई रायल बस में भाजपा बिश्रामपुर मंडल के तत्कालीन अध्यक्ष लीलू गुप्ता व महामंत्री बिशंभर यादव 52 कार्यकर्ताओ को लेकर बस से रायपुर के लिए रवाना हुए थे। रास्ते मे बेमेतरा के समीप बस के सड़क हादसे का शिकार होने की वजह से बस में बैठे चालक समेत जमदेई गांव के भाजपा कार्यकर्ता रूपदेव सिंह गोंड़ व सजन सिरदार की मौत हो गई थी।
वहीं तत्कालीन भाजपा मंडल महामंत्री बिशंभर यादव निवासी ग्राम तेलईकछार व अन्य घायल हो गए थे। सड़क हादसे की जानकारी मिलने पर आमसभा के मंच से प्रधानमंत्री द्वारा संवेदना व्यक्त करते हुए मृतक कार्यकर्ताओं को मुआवजा व घायलों को मदद का निर्देश जारी किए जाने पर अत्यंत गंभीर रूप से घायल बिशंभर यादव को भाजपा संगठन से एयर एंबुलेंस में बिलासपुर से एम्स हॉस्पिटल दिल्ली भिजवाया था। वहीं भाजपा संगठन ने मृतक परिवारों को पांच-पांच लाख रुपये तथा तत्कालीन भूपेश बघेल सरकार ने चार-चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी थी।
एम्स हास्पिटल दिल्ली में तत्कालीन भाजपा मंडल महामंत्री बिशंभर यादव के रीढ़ की हड्डी का आपरेशन किया था। उस दौरान कई नेता भी उसे देखने एम्स हॉस्पिटल पहुंचे थे और उसके स्वजनो को ढांढस बंधाते हुए कहा था कि पूरी पार्टी उनके साथ है। इधर डाक्टरों ने भी उनके स्वजनो को स्पष्ट कह दिया था कि अब वे चल फिर नही सकते है। भाजपा नेता बिशंभर करीब एक माह तक एम्स हॉस्पिटल में भर्ती थे। उनके स्वजनो ने ही हास्पिटल का बिल भुगतान किया था। उसमें पार्टी ने कोई सहयोग भी नही किया। वहीं आज तक उनका स्थायी विकलांगता प्रमाण पत्र भी नही बन सका है।
पार्टी के लिए समर्पित रहने वाला भाजपा नेता बिशंभर का परिवार उनके उपचार में पूरी तरह आर्थिक रूप से टूट चुका है। स्थाई दिव्यांगता की वजह से नारकीय जीवन जीने को मजबूर विशंभर ने नईदुनिया से चर्चा के दौरान अपनी व्यथा बताई। बताया कि उसके उपचार में दो वर्षों में 30 से 35 लाख रुपये खर्च हो गए हैं। अभी भी प्रतिमाह इलाज में 30 से 40 हजार रुपये खर्च हो रहे है। जमा पूंजी इलाज में खत्म हो चुकी है।
साथ ही पत्नी के जेवरात भी बिक चुके है। रिश्तेदारों से भी बड़ी रकम उधार लेकर इलाज में खर्च हो चुका है। उसका कहना है कार्यकर्ताओ को पार्टी की रीढ़ बताने के दंभ भरने वाली भाजपा के कोई नेता अब उसकी सुध तक नही ले रहे हैं। परिवार उनकी वजह से आर्थिक रूप से टूटने के साथ ही कर्जदार हो गया है। उसके दोनो पुत्र शिक्षित हैं, उसके बावजूद पार्टी संगठन उन्हें नौकरी दिलाने में कोई दिलचस्पी नही दिखा रहा है। पार्टी के नेता भी उसका अथवा उसके परिवार का काल रिसीव करना तक मुनासिब नही समझ रहे है। ऐसे में अब उनका मर जाना ही उचित है, इसलिए अब वह इच्छा मृत्यु की अनुमति मांग रहा है।
पीड़ित की पत्नी जो पूर्व जनपद सदस्य रह चुकी हैं उषा यादव ने कहा, 'हमारा परिवार भाजपा के प्रति समर्पित है। सड़क हादसे की वजह से उनके पति पूरी तरह से दिव्यांग हो गए है। परिवार आर्थिक रूप से टूटने के साथ कर्ज में डूब गया है। नेता, विधायक से लेकर मंत्री और पार्टी संगठन उनकी कोई सुध नही ले रहा है। बच्चे भी बेरोजगार है। उनकी नौकरी के लिए भी उन्होंने गुहार लगाई, लेकिन किसी ने कोई प्रयास नही किया। यही वजह है कि अब उनके पति इच्छा मृत्यु की अनुमति मांगने मजबूर हैं।'
भाजपा बिश्रामपुर मंडल के पूर्व अध्यक्ष लीलू गुप्ता का कहना है कि पार्टी के निष्ठावान सिपाही बिशंभर यादव का परिवार सड़क दुर्घटना के बाद बर्बादी की कगार पर पहुंच गया है। सड़क हादसे में मैं भी घायल हुआ था। आज भी मैं दर्द से पीड़ित रहता हूं। पार्टी नेताओं की उपेक्षा से बिशंभर व उनका परिवार मर्माहत है। व्यथित बिशंभर इच्छा मृत्यु मांग रहा है। पार्टी संगठन को उन्हें सहयोग करना चाहिए। वे पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता रहे हैं।