Ambikapur News:मोतियाबिंद आपरेशन अंबिकापुर अस्पताल में नहीं, उदयपुर पर भरोसा
छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन की लापरवाही का खामियाजा सरगुजा जिले के मोतियाबिंद के मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। मेडिकल कालेज अस्पताल परिसर के नेत्र रोग विभाग के सुदृढ़ीकरण तथा नवीन आपरेशन थिएटर निर्माण के कारण यहां मोतियाबिंद मरीजों का आपरेशन नहीं हो पा रहा है।
By Yogeshwar Sharma
Edited By: Yogeshwar Sharma
Publish Date: Fri, 02 Feb 2024 10:34:50 PM (IST)
Updated Date: Fri, 02 Feb 2024 10:34:50 PM (IST)

अंबिकापुर । छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन की लापरवाही का खामियाजा सरगुजा जिले के मोतियाबिंद के मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। मेडिकल कालेज अस्पताल परिसर के नेत्र रोग विभाग के सुदृढ़ीकरण तथा नवीन आपरेशन थिएटर निर्माण के कारण यहां मोतियाबिंद मरीजों का आपरेशन नहीं हो पा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उदयपुर में मोतियाबिंद के आपरेशन की सुविधा दी जा रही है लेकिन लंबी दूरी तय कर आने-जाने में मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
जब अंबिकापुर में मेडिकल कालेज की स्थापना नहीं की गई थी, उस दौरान जिला चिकित्सालय परिसर में ही नेत्र रोग विभाग का अलग भवन संचालित किया जा रहा है।
यहां सर्व सुविधा युक्त आपरेशन थिएटर ,वार्ड के साथ सारी सुविधाएं उपलब्ध हैं।कई वर्ष पहले भवन का निर्माण होने के कारण धीरे-धीरे यह खस्ताहाल हो गया था। आपरेशन थिएटर भी मरीजों की बढ़ती संख्या के अनुरूप उच्च मापदंड वाला नहीं होने के कारण स्वास्थ्य विभाग की ओर से सर्व सुविधायुक्त बेहतर आपरेशन थिएटर तथा भवन मरम्मत का प्रस्ताव दिया गया था।
प्रस्ताव मंजूर होने के बाद छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कारपोरेशन को यह कार्य दिया गया। लगभग एक माह पहले सीजीएमएससी द्वारा नए आपरेशन थिएटर निर्माण तथा भवन के नवीनीकरण का कार्य शुरू कराया गया था। मरीज से जुड़ा भवन होने के बावजूद सीजीएमएससी के अधिकारियों की लापरवाही देखने को मिली। इस कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के बजाय अधिकारियों ने हीलाहवाली करनी शुरू कर दी।
इसका परिणाम यह हुआ कि यहां मोतियाबिंद के मरीजों का ऑपरेशन बंद हो गया ,इसके अलावा आंखों से जुड़ी हर प्रकार की सर्जरी भी बाधित हो गई ।एक माह से मोतियाबिंद के मरीजों का आपरेशन नहीं होने की जानकारी राज्य अंधत्व निवारण कार्यक्रम के अधिकारियों को मिली तो उन्होंने इसे गंभीरता से लिया। शासन स्तर से स्वास्थ्य विभाग को लिखित में आदेशित किया गया कि जब तक नए आपरेशन थिएटर का निर्माण अंबिकापुर के नेत्र रोग विभाग में नहीं हो जाता तब तक मोतियाबिंद के मरीजों का आपरेशन उदयपुर के अस्पताल में किया जाए।
सरगुजा जिले के दूरदराज के क्षेत्र के मरीजों को उदयपुर आने-जाने में परेशानी हो रही है इसके लिए अतिरिक्त धनराशि भी खर्च करनी पड़ रही है। इस गंभीर स्थिति के लिए सीधे-सीधे छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन ही जिम्मेदार है ।कारपोरेशन के अधिकारियों के लापरवाही से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी त्रस्त चुके हैं। इससे मोतियाबिंद के आपरेशन भी लक्ष्य के अनुरूप नहीं हो सका है।
स्वास्थ्य मंत्री से भी की गई शिकायत
पिछले दिनों स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने मेडिकल कालेज अस्पताल अंबिकापुर का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने निर्माण कार्य के कारण मोतियाबिंद के मरीजों का आपरेशन नहीं होने तथा आंखों से संबंधित सर्जरी नहीं हो पाने की जानकारी दी थी। स्वास्थ्य मंत्री ने इसे गंभीरता से लेते हुए सीजीएमएससी के अधिकारियों को निर्माण कार्य तेजी से पूर्ण करने का निर्देश दिया था, लेकिन अभी तक इसका कोई परिणाम निकल कर सामने नहीं आया है। अभी भी धीमी गति से निर्माण कार्य चल रहा है।
सीतापुर में भी इसी महीने शुरू होगा आपरेशन
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सीतापुर में भी इसी महीने मोतियाबिंद के मरीजों का आपरेशन शुरू होगा। इसके लिए सारी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं।आपरेशन थिएटर के साथ जरूरी संसाधन भी व्यवस्थित कराए जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की माने तो किसी महीने के दूसरे सप्ताह से सीतापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उसे अंचल के मरीज का मोतियाबिंद का आपरेशन शुरू कर दिया जाएगा।
वर्जन
नेत्र रोग विभाग में निर्माण कार्य के कारण यहां मोतियाबिंद के मरीजों का आपरेशन खतरनाक हो सकता है। धूल-धूसरित वातावरण से दुष्प्रभाव पड़ सकता है।इसलिए उदयपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मोतियाबिंद के मरीजों का आपरेशन किया जा रहा है।इसी महीने हम सीतापुर सामुदायिक स्वास्थ्य में भी मोतियाबिंद आपरेशन की सुविधा आरंभ कर रहे हैं।
डा आरएन गुप्ता
मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी सरगुजा