नईदुनिया प्रतिनिधि, अंबिकापुर : बलरामपुर जिले के बालक हायर सेकेंडरी स्कूल शंकरगढ़ में पदस्थ अतिथि शिक्षक (गणित) सुदर्शन यादव की मेहनत रंग ला रही है। उनके प्रयासों से 26 आदिवासी युवाओं ने अग्निवीर प्रवेश परीक्षा (Agniveer Entrance Exam) में सफलता अर्जित की है। इनमें 23 युवक तथा तीन युवतियां हैं। सभी शंकरगढ़ ब्लाक के ही रहने वाले हैं। यह पहला अवसर है जब छत्तीसगढ़ के किसी एक ब्लाक से एक साथ इतनी अधिक संख्या में युवाओं ने अग्निवीर प्रवेश परीक्षा में सफलता हासिल की है। इसके लिए युवाओं ने कड़ी मेहनत की।
फिजिकल के साथ लिखित परीक्षा की तैयारी अतिथि शिक्षक सुदर्शन यादव ने पूरी कराई। यह परीक्षा ऑनलाइन होती है इसलिए युवाओं को इसकी तैयारी कराना आसान नहीं था लेकिन कंप्यूटर,लैपटाप में युवाओं को दक्ष बनाने के साथ ही भर्ती परीक्षा की तैयारी करवाई गई।
सबसे बड़ी बात है कि तैयारी में 30 युवा शामिल थे और उनमें से 26 ने सफलता हासिल कर ली। अब इन्हें फिटनेस टेस्ट में शामिल होना है। इसमें भी सफलता तय मानी जा रही है क्योंकि उन्हीं युवाओं को शिक्षक सुदर्शन ने प्रशिक्षण दिया था जो अग्निवीर के लिए जरूरी मापदंड पूरा करते हैं।
अग्निवीर प्रवेश परीक्षा में सफल युवाओं ने इसी साल 12 वीं बोर्ड की परीक्षा उत्तीर्ण की है। इन युवाओं के उत्साह और आगे बढ़ने की सोच को देखते हुए शिक्षक सुदर्शन यादव ने उन्हें प्रशिक्षण देने की सोची। ग्रीष्मावकाश में ये युवा घर नहीं गए। सरकारी छात्रावास में रहकर सुबह और शाम मैदान में खूब पसीना बहाया। शिक्षक की पहल से भोजन की भी व्यवस्था कराई गई।
इन युवाओं को इस साल गर्मी के दिनों में दोपहर में शिक्षक सुदर्शन यादव ने लिखित परीक्षा की तैयारी करवाई। रात को ऑनलाइन कोचिंग से जोड़कर उन्हें दक्ष बनाया। 50 प्रश्नों का सही जबाब 60 मिनट में देने की ऐसी सटीक तैयारी हुई कि परिणाम आते ही सभी के चेहरे खिल उठे। इन युवाओं की सफलता ने शंकरगढ़ ब्लाक के दूसरे युवाओं में भी नए ऊर्जा का संचार किया है। अब वे भी अग्निवीर बनकर देश की सेवा करना चाह रहे हैं।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अग्निवीर प्रवेश परीक्षा में सफल युवाओं का हौसला बढ़ाया है। गृहग्राम बगिया में अग्निवीरों का उत्साहवर्धन करते हुए उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार, गांव और जिले के लिए गौरव की बात है, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ राज्य के लिए गर्व का विषय है।मुख्यमंत्री ने कहा कि अग्निवीर योजना युवाओं को सेना में शामिल होकर देशसेवा का सुनहरा अवसर प्रदान कर रही है। उन्होंने चयनित युवाओं को बधाई देते हुए कहा कि अनुशासन, कर्तव्यनिष्ठा और देशप्रेम की भावना से ही सफलता की नई ऊँचाइयाँ प्राप्त की जा सकती हैं। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि सेना में शामिल होकर ये युवा सीमाओं की रक्षा करेंगे और आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेंगे।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अतिथि शिक्षक सुदर्शन यादव के सोच की भी सराहना की है जिनके माध्यम से युवाओं को सफलता मिली। मुख्यमंत्री ने अतिथि शिक्षक सुदर्शन यादव और उनकी टीम के मुफ्त सेना भर्ती प्रशिक्षण के उल्लेखनीय प्रयासों की भी सराहना की। उनके प्रशिक्षण से लाभान्वित 30 युवाओं में से 26 युवा अग्निवीर भर्ती में चयनित हुए हैं।
चयनित अग्निवीरों में पिंकू पैकरा, जिन्दल, विकास पैकरा, प्रकाश सिंह, खेलसाय, आर्यनदेव, नंन्दन पन्ना, नरेन्द्र यादव, रंजीत केरकेट्टा, रमेश पैकरा, प्रियांशु, सनोज, निकिता नरसिंह, शशि किरण, सोहन लाल, महेन्द्र पैकरा, मिथलेश पैकरा, छोंटू, बज्जू पैकरा, पंकज, विवेक पैकरा, विधायक पैकरा, किशुन पैकरा, सोभनाथ पैकरा, अमित कुजूर और एंजेल लकड़ा शामिल हैं।
अतिथि शिक्षक सुदर्शन यादव सेना भर्ती के लिए युवाओं को प्रशिक्षण देने के अलावा खेल और प्रतियोगी परीक्षाओं में भी विद्यार्थियों को लगातार सफलता दिला रहे हैं।नईदुनिया से चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि दो वर्ष पहले पहली बार उन्होंने अग्निवीर भर्ती के लिए पांच युवाओं को प्रशिक्षण दिया था।
इनमें से तीन को सफलता मिली उसके बाद उन्होंने इस क्षेत्र में युवाओं को आगे बढ़ाने सोचा था। युवाओं का भी सहयोग मिला और दूसरे वर्ष मिली सफलता से ऐसा वातावरण तैयार हुआ है जिससे सिर्फ बलरामपुर जिला ही नहीं बल्कि पड़ोसी जिलों के भी युवा उनके सानिध्य में सेना में भर्ती के लिए प्रशिक्षण को लेकर उत्साहित नजर आ रहे हैं।
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शिक्षक सुदर्शन यादव के प्रयासों से कुश्ती खेल में आदिवासी बच्चों का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन जारी है। अभी तक राज्य और राष्ट्रीय स्तर की शालेय खेलकूद प्रतियोगिता में कुश्ती में लगभग 45 पदक बच्चों ने जीता है। गरीब, दिव्यांग बच्चों को भी निश्शुल्क कोचिंग भी देते हैं। इस वर्ष उनके यहां से सैनिक स्कूल के लिए 11, नवोदय स्कूल के लिए 20 ,प्रयास आवासीय विद्यालय के लिए 63 तथा एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के लिए 71 बच्चों का चयन हुआ है।