नईदुनिया प्रतिनिधि, अंबिकापुर: केंद्रीय कारागार अंबिकापुर के एक कैदी ने पेशाब की नली में जलन होने पर पेंसिल डाल दिया। पेशाब अवरुद्ध होने से उसकी तबीयत बिगड़ गई। आपातकाल में उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचाया गया। यहां तीन घंटे से भी अधिक समय तक सर्जरी विभाग के चिकित्सकों की टीम ने उसका सफल ऑपरेशन किया।
पेशाब की नली से नौ सेंटीमीटर लंबा पेंसिल निकाला गया। कैदी की हालत में अब सुधार है। कैदी को पेंसिल कहां से मिला, यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है।
मंगलवार रात को केंद्रीय कारागार अंबिकापुर से एक कैदी को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में आपातकाल में लाया गया। उसे पेशाब नहीं हो रहा था। पेशाब के रास्ते से हल्का खून निकल रहा था। चिकित्सकों ने जब देखा तो पेशाब नली से एक रस्सी बाहर लटका हुआ दिखा।
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जब कैदी से पूछताछ की गई तो उसने चिकित्सकों को बताया कि पेशाब की नली में जलन और खुजली होने के कारण उसने पेंसिल डाल दिया था। पेंसिल के एक हिस्से में रस्सी बंधा हुआ था, वही बाहर लटक रहा था।
इस जानकारी पर उसका विस्तृत जांच और एक्स-रे कराया गया। जांच बाद कैदी के पेशाब नली में नौ सेंटीमीटर का पेंसिल फंसा हुआ पाया गया, इसी कारण से मरीज का पेशाब रुका हुआ था तथा रक्त स्त्राव भी हो रहा था।एक्स रे एवं अन्य जांच के बाद मरीज़ का आपातकालीन आपरेशन करने का त्वरित निर्णय लिया गया।
तीन घंटे से भी अधिक समय तक चले आपरेशन के बाद पेंसिल को पेशाब नली से निकाला गया। ऑपरेशन उपरांत मरीज स्वस्थ है। उसके स्वास्थ्य में तेजी से सुधार हो रहा है। केंद्रीय कारागार में कैदी को पेंसिल कहां से मिला, यह स्पष्ट नहीं हो सका है।
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शल्य चिकित्सा विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. एसपी कुजूर के नेतृत्व में डॉ. प्रवीण सिंह, डॉ. कांता एवं डॉ. इंद्रनील की टीम द्वारा सफलतापूर्वक ऑपरेशन किया गया। निश्चेतना विभाग से डॉ. शिवम ने ऑपरेशन में सहयोग किया।