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नईदुनिया न्यूज, अंबिकापुर। उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण रायपुर के तत्वावधान में राज्यव्यापी महापरीक्षा अभियान का आयोजन रविवार को प्रातः 10 बजे से शाम पांच बजे तक किया गया। जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण द्वारा आयोजित परीक्षा में नवसाक्षरों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। महापरीक्षा में 24,414 परीक्षार्थी का लक्ष्य रखा गया था, जिसमें शाम चार बजे तक 16,258 शिक्षार्थी सम्मिलित हुए।
परीक्षा के सफलतापूर्वक संपादन के लिए जिला स्तरीय प्रभारी, ब्लॉक स्तरीय मॉनिटरिंग दल के साथ-साथ ग्राम पंचायत स्तर से भी मॉनिटरिंग की गई। कई केंद्रों में एक ही परिवार से सास-बहू, पति-पत्नि एवं देवरानी-जेठानी ने मिलकर परीक्षा दी। महापरीक्षा अभियान में 60 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं ने भी पूरे उत्साह के साथ भाग लिया। साथ ही कई केंद्रों में छोटे बच्चों के साथ महिलाएं परीक्षा देने पहुंचीं। महापरीक्षा को लेकर सभी शिक्षार्थी काफी उत्साहित रहे। गांव में महापरीक्षा एक उत्सव की तरह दिखाई दे रहा था।
वरिष्ठ परिवीक्षा एवं कल्याण अधिकारी वाणी मुखर्जी ने बताया कि केंद्रीय जेल अंबिकापुर में भी परीक्षा केंद्र स्थापित किया गया था। जिसमें 219 नवसाक्षर कैदी को इस महापरीक्षा अभियान में सम्मिलित कराया गया। जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. दिनेश कुमार झा, अपर कलेक्टर अमृतलाल ध्रुव, सहायक संचालक संभागीय शिक्षा कार्यालय अनिल अग्रवाल, जिला परियोजना अधिकारी जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण सरगुजा गिरीश गुप्ता, एम. सिद्दीकी निदेशक जन शिक्षण संस्थान सरगुजा ने केंद्रीय जेल का निरीक्षण किया।
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विकासखंड परियोजना अधिकारी अरविंद गुप्ता ने बताया कि लहपटरा एवं पुहपुटरा विकासखंड लखनपुर में संभागीय संयुक्त संचालक संजय गुप्ता एवं डीएमसी सर्वजीत पाठक ने निरीक्षण कर नवसाक्षर शिक्षार्थियों का उत्साहवर्धन किया। जिसमें बड़ी संख्या में नवसाक्षर शिक्षार्थी एवं दिव्यांग शिक्षार्थी भी महापरीक्षा अभियान में सम्मिलित हुए।
जिला परियोजना अधिकारी गिरीश गुप्ता ने बताया कि उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत रविवार को परीक्षा में 15 वर्ष से अधिक उम्र के ऐसे परीक्षार्थी शामिल हुए जो शिक्षा की मुख्य धारा से कटे हुए थे या जो प्रारंभ से ही शाला त्यागी थे। इनके अलावा ऐसे नवसाक्षर जिन्होंने साक्षरता कक्षा में उल्लास प्रवेशिका के सात पाठों या 200 घंटे की पढ़ाई पूरी की थी, उन्होंने भी परीक्षा में भाग लिया। उन्होंने बताया कि सरगुजा जिले में परीक्षा हेतु कुल 466 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे।
महापरीक्षा के सफल क्रियान्वयन हेतु समस्त विकासखंडों की मॉनिटरिंग की गई, जिसमें जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. दिनेश कुमार झा, केसी गुप्ता प्राचार्य डाईट के द्वारा विकासखंड बतौली, सर्वजीत पाठक के द्वारा विकासखंड लखनपुर, गिरीश गुप्ता द्वारा अंबिकापुर एवं सीतापुर, रविशंकर तिवारी सहायक संचालक द्वारा विकासखंड उदयपुर, रमेश सिंह सहायक जिला परियोजना अधिकारी के द्वारा विकासखंड लुण्ड्रा एवं सुनील तिवारी के द्वारा विकासखंड मैनपाट की मॉनिटरिंग की गई। साथ ही राज्य स्तर से लोक शिक्षण संचालनालय में कार्यरत अखिलेश तिवारी सहायक संचालक के द्वारा जिला सरगुजा की मॉनिटरिंग की गई। राज्यव्यापी महापरीक्षा की मॉनिटरिंग एम. सिद्दीकी, ओंकार नाथ तिवारी, पुष्पा सिंह, मीना शुक्ला, अमितानंद सिंह, इंदू मिश्रा, जयप्रकाश नारायण राय (डबल), सत्यनारायण भगत, जिला स्तरीय अधिकारीगण, विकासखंड शिक्षा अधिकारी एवं जिले के समस्त संकुल शैक्षिक समन्वयकों के द्वारा किया गया। महापरीक्षा के कंट्रोल प्रभारी रजनीश मिश्रा एवं अभिलाश खरे द्वारा समय-समय पर सम्मिलित परीक्षार्थियों की जानकारी राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण को प्रेषित की गई।