
अंबिकापुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। मौसम सामान्य होने के बाद उत्तर दिशा से चल रही ठंडी हवा के कारण सरगुजा संभाग में लगातार तापमान गिर रहा है। मंगलवार को प्रदेश का सबसे न्यूनतम तापमान आठ डिग्री अंबिकापुर में दर्ज किया गया। इसके बावजूद शहर में कहीं भी अलाव जलाने की व्यवस्था निगम प्रशासन की ओर से नहीं की गई है। बाहर से आने वाले लोग सरगुजिहा ठंड से बेहाल हैंं।
सप्ताह भर के भीतर अंबिकापुर के तापमान में नौ डिग्री की रिकार्ड गिरावट हुई है। पहाड़ी क्षेत्र मैनपाट व सामरी पाट में भी कड़ाके की ठंड पड़ रही है। इधर मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से तापमान में उतार चढ़ाव की संभावना जताई है। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी एएम भट्ट ने बताया कि अक्टूबर के बाद उत्तर और मध्य भारत में पश्चिमी विक्षोभ और पूर्वी और दक्षिण भारत में चक्रवाती तूफान प्रभावी रहता है। इस वर्ष भी नवम्बर में लगातार पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में प्रभावी रहा। दिसम्बर के प्रारम्भ में एक ओर बंगाल की खाड़ी में जब मिचोंग तूफान सक्रिय था तभी दूसरी ओर उत्तर भारत से एक ताकतवर पश्चिमी विक्षोभ ने भारत में दस्तक दे दी थी। इन दोनों व्यवधानों के कारण मध्य भारत में दो दिशाओं से नमी की आपूर्ति से दिसंबर का पहला पूरा सप्ताह प्रभावी रहा था। अम्बिकापुर में भी इस दौरान एक इंच से अधिक की वर्षा दर्ज की गई थी। तूफान के बाद पश्चिमी व्यवधान का प्रभाव अभी भी बना हुआ है। सामान्यतः पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के समय तापमान बढ़ता है जबकि विक्षोभ के गुजरने के बाद इसके पीछे के क्षेत्रों में घना कोहरा और उसके बाद तापमान में गिरावट आती है।
विक्षोभ समाप्त होने के बाद हवा की दिशा बदली
मौसम विज्ञानी भट्ट ने बताया कि अंबिकापुर के पिछले दिनों के आंकड़े बताते हैं कि विक्षोभ की सक्रियता के दौरान 17 से 18 डिग्री तक ऊपर पहुंच गया था। अब जब व्यवधान समाप्त हो चुका है और हवा की दिशा पुनः उत्तरी होने के बाद लगातार उत्तरी शुष्क हवाओं से तापमान गिरा है। मंगलवार को नगर का न्यूनतम तापमान इस वर्ष के सबसे कम दर्ज किया गया। नगर का न्यूनतम तापमान आठ डिग्री दर्ज किया गया है।
स्कूल का समय बदलने की मांग-
जिला मुख्यालय अंबिकापुर में पड़ रही कड़ाके की ठंड के बीच सुबह की पाली में लगने वाले स्कूलों के समय में परिवर्तन की मांग उठने लगी है। इस समय अंबिकापुर का तापमान आठ डिग्री के आसपास बना हुआ है। ऐसे में सुबह स्कूल जाने वाले छोटे बच्चों को परेशानी उठानी पड़ रही है। अचानक बढ़ी तेज ठंड से बच्चे बीमार हो रहे हैं। प्रशासन की ओर से अभी तक सरगुजा जिले में सुबह लगने वाले स्कूलो के संचालन का समय नहीं बदला गया है। जबकि बलरामपुर जिले में तीन दिन पहले कलेक्टर द्वारा ठंड को देखते हुए स्कूल के संचालन का समय बदल दिया गया है।