अंबिकापुर । रेल सुविधा के मामले में पिछड़े सरगुजांचल के लिए अच्छी खबर है। अंबिकापुर में 32 करोड़ रुपये की लागत से रेलवे का वाशिंग पिट विकसित किया जाएगा। इस सुविधा से ट्रेनों की साफ-सफाई और साधारण मरम्मत यहीं हो सकेंगे। रेल सेवा विस्तार में वाशिंग पिट महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगी। इसकी स्वीकृति भी मिल चुकी है। लगभग 32 करोड़ रुपये इस कार्य में खर्च होंगे।
यह जानकारी दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक आलोक कुमार ने बिलासपुर में आयोजित 18 वीं क्षेत्रीय रेलवे उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति की बैठक में दी। बैठक में क्षेत्रीय रेलवे उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति के सदस्य अंबिकापुर निवासी मुकेश तिवारी भी शामिल हुए। मुकेश ने बैठक में सरगुजांचल में रेल व यात्री सुविधाओं के विस्तार के लिए बहुप्रतीक्षित मांगों को प्रमुखता से रखा।
उक्त मांगो को लेकर रेलवे के अधिकारियों ने वर्तमान स्थिति और भविष्य में होने वाले कार्यो को लेकर विस्तार से जानकारी दी। नई ट्रेन और रेल लाइन विस्तार के साथ वर्तमान व्यबस्था में हो रही परेशानियों को भी मुकेश तिवारी ने रेलवे के अधिकारियों के समक्ष प्रमुखता से रखा। उन्होंने वाशिंग पिट निर्माण के लिए 32 करोड़ की स्वीकृति की जानकारी देने पर महाप्रबंधक के प्रति आभार जताया। मुकेश ने अंबिकापुर रेलवे स्टेशन में एक अतिरिक्त प्लेटफार्म निर्माण को अत्यावश्यक बताते हुए इसके लिए शीघ्र पहल का अनुरोध किया।
उन्होंने वर्तमान व्यवस्था में व्यवहारिक दिक्कतों की ओर रेलवे के अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि वर्तमान समय में अंबिकापुर रेलवे स्टेशन में एक मात्र प्लेटफार्म होने के कारण, निजामुद्दीन -अंबिकापुर एवं जबलपुर- अंबिकापुर जैसी ट्रेन को एक-एक घंटे तक अंबिकापुर के पूर्ववर्ती कमलपुर स्टेशन में प्लेटफार्म खाली होने की प्रतीक्षा में खड़ा रहना पड़ता है, जिससे यात्रियों को असुविधा होती है। अंबिकापुर रेलवे स्टेशन में प्लेटफार्म के दूसरी ओर गुडस शेड के रूप में उपयोग किए जा रहे क्षेत्र का महीने में दो- तीन दिन ही उपयोग होता है. गुडस के लिए सर्वसुविधायुक्त कमलपुर स्टेशन को विकसित किया जा सकता है। अंबिकापुर स्टेशन के दूसरी ओर के हिस्से में नया प्लेटफार्म तैयार किया जा सकता है। अंबिकापुर में अतिरिक्त प्लेटफार्म बनने से न केवल गाड़ियों का व्यवस्थित और सुविधाजनक आवागमन होगा बल्कि नई गाड़ियों के परिचालन की क्षमता, संभावना भी बढ़ेगी। इसे लेकर रेलवे के अधिकारियों ने सकारात्मक पहल का भरोसा दिया है।