
अंबिकापुर। 100 करोड़ स्र्पयों की लागत वाली मिशन अमृत योजना का काम शहर में अंतिम चरण में चल रहा है। नगर निगम अंबिकापुर के 48 वार्डों में पानी की बेहतर सप्लाई इस योजना पर आधारित है। नगर निगम प्रयास कर रहा है कि यह योजना मार्च तक शुरू हो जाए ताकि लोगों को गर्मी में पानी की किल्लत महसूस ना हो। मिशन अमृत योजना के तहत शहर में करीब 200 किलोमीटर पाइपलाइन बिछाई जा रही है, लेकिन अभी तक इस में 125 किलोमीटर पाइप डाली गई है। जबकि 75 किलोमीटर पाइप का काम बाकी है। इधर कतकालो में बन रहे वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का काम भी लगभग पूरा होने को है। यहां प्रतिदिन डेढ़ करोड़ लीटर पानी शोधन करने की क्षमता होगी। इस प्लांट से शहर में बनी पानी टंकियों में सप्लाई की जाएगी।
प्लांट की टेस्टिंग फरवरी के पहले सप्ताह में संभावित है। निगम में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के एसडीओ सुशील सिन्हा ने बताया कि अमृत योजना के तहत शहर में पानी सप्लाई मार्च महीने से शुरू कर दी जाएगी, जिन इलाकों में पाइपलाइन नहीं बिछाई गई है वहां पुरानी पाइप लाइन से काम चलाया जाएगा।
शहर के करीब सभी इलाकों में पानी टंकी बनने का काम लगभग पूरा हो गया है। इस योजना के तहत केनाबांध मे पांच लाख लीटर क्षमता। महामाया मंदिर के पास नवागढ़ इलाके में 21 लाख क्षमता, गांधीनगर में 10 लाख क्षमता और माखन बिहार के सामने 20 लाख क्षमता की पानी टंकी का निर्माण किया गया है।
सोमवार से शहर के भीतर बिछेगी पाइप लाइन
इधर शहर के मुख्य मार्ग महामाया चौक से देवीगंज रोड के बीच मुख्य पाइप लाइन बिछाने का काम विभाग अगले हफ्ते से शुरू करेगा। इसके लिए विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। इस रोड में ट्रैफिक डाइवर्ट करना पड़ सकता है, इसके अलावा केबल को भी बचाना पड़ेगा।
विभाग ने बीएसएनएल सहित जितनी टेलीफोन कंपनियां है सभी को इसकी सूचना दे दी है और ट्रैफिक डाइवर्ट करने के पुलिस प्रशासन को इसकी सूचना दी गई है, ताकि लोगों को यातायात डायवर्ट करने से परेशानी का सामना ना करना पड़े। विभाग द्वारा सोमवार से यहां काम शुरू करने की संभावना है। महामाया चौक से देव होटल के बीच में करीब 4 चरणों में पाइप लाइन का काम किया जाएगा ताकि ट्रैफिक समस्या उत्पन्न् हो।