
बालोद (नईदुनिया न्यूज)। बालोद-गुरुर मार्ग पर साकरा गांव से 25 किमी दूर नारा गांव की पहाड़ी पर सिया देवी माता का मंदिर है। यदि आप कभी यहां जाएं तो वापस लौटने की इच्छा नहीं होगी। माता का भव्य स्वरुप आपको धार्मिक वातावरण देगा। इसके साथ ही वनों और पर्वतों के बीच से निकलने वाला झरना आपका मन मोह लेगा। झरना, झोलबाहरा और तुम नाला का संगम है। 50 फीट ऊंचे इस झरने को लोग घंटे निहारते रहते हैं।
यहांं हर रोज सैकड़ों की संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं। पिछले दो दिनों हुई वर्षा के बाद यहां झरने में पानी का बहाव बढ़ गया है। अब झरने की आवाज दूर से ही सुनाई देने लगी है। यहीं कारण है कि पर्यटक अपनी गाड़ी से उतरते ही झरने की आवाज सुनकर सियादेवी मंदिर की ओर दौड़ पड़ते हैं।
जिले के अनेक पर्यटक स्थलों में से एक सिया देवी मंदिर में वर्ष भर दर्शन करने श्रद्धालु पहुंचते हैं। गर्मी के दिनों में झरना में पानी की धार कम होने के कारण कई लोग झरने का आनंद नहीं ले पाते। ऐसे लोग बारिश के दिनों में यहां पहुंचते हैं। पिछले दो दिनों से क्षेत्र में हो रही बारिश से सियादेवी के झरना में पानी का बहाव बढ़ गया है। अब झरने से पानी गिरने पर झर-झर की आवाज बहुत दूर से सुनाई देने लगी है।।
साल भर रहता है आकर्षण
सियादेवी का झरना साल भर लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रहता है। हालांकि गर्मी के दिनों में यहां पानी कम होने से कई बार झरना सूख जाता है। लेकिन झरना स्थल पर बड़े-बड़े पत्थर देखकर पर्यटक मनमोहित हो जाते हैं। उन्हें सहज ही आभास हो जाता है कि जब झरना बहता होगा तब नजारा कैसा रहता होगा। झरना के पास ही छोटी सी गुफा है जहां लोग गुफा से पार होते हैं। जब झरना चलता है तो उस समय गुफा से पार होने वाले लोगों को गुफा से निकलते ही अद्भुत अनुभूति होती है।
नारा गांव के पर्वत पर स्थित है सियादेवी मंदिर
सिया देवी मंदिर ट्रस्ट के अरुण साहू व ग्राम नारा गांव निवासी भीष्म पितामह साहू ने बताया कि बालोद गुरुर मुख्य मार्ग पर ग्राम साकरा से 25 किलोमीटर दूर नारा गांव पहाड़ी पर सिया देवी मंदिर प्राकृतिक सुंदरता से घिरा हुआ है। यह धार्मिक पर्यटक स्थल है। सियादेवी मंदिर शक्ति और सुंदरता का अनोखा संगम है।
जंगलों पहाड़ों और झरनों से घिरा हुआ यह जगह बहुत सुंदर है। बरसात के दिनों में देवी मंदिर की सुंदरता और बढ़ जाती है। यहां से बहने वाले झोलबाहरा और तुम नाला का संगम है। यही जलधारा एक प्राकृतिक झरने के रूप में गिरती है। इस झरने की ऊंचाई 50 फीट है। यहां आने वाले पर्यटक इस झरने का आनंद उठाते हैं।