
नईदुनिया प्रतिनिधि, बलरामपुर: जिला मुख्यालय बलरामपुर के धनंजय ज्वेलर्स में हुई चोरी के आरोपी की संदिग्ध परिस्थिति में पुलिस हिरासत में मौत हो गई। मृतक उमेश सिंह मूलतः सीतापुर थाना क्षेत्र के ग्राम नकना का रहने वाला था। उसे आठ अन्य आरोपियों के साथ चोरी के आरोप में हिरासत में लिया गया था।
बलरामपुर पुलिस रविवार भोर को उसे लेकर वापस थाने लौट रही थी। अचानक उसकी तबीयत बिगड़ी। उसे तत्काल जिला अस्पताल बलरामपुर ले जाया गया। उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। घटना के बाद जिला अस्पताल में पुलिस की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। मृतक के स्वजन को सूचना दे दी गई है। पुलिस का कहना है कि मृतक, सिकलसेल बीमारी से ग्रसित था।
बता दें कि जिला मुख्यालय बलरामपुर स्थित धनंजय ज्वेलर्स में पिछले दिनों लाखों की चोरी हुई थी। इस प्रकरण में पुलिस ने कुल नौ लोगों को हिरासत में लेकर चोरी का सामान भी बरामद किया गया था। इनमें घटना में शामिल चोरों के अलावा चोरी का सामान खरीदने और खपाने में मदद करने वाले भी शामिल थे। इन्हीं में ग्राम नकना के उमेश सिंह को भी हिरासत में लिया गया था।
पुलिस की एक टीम चोरी के जेवर बरामद करने के लिए उसे लेकर गृहग्राम नकना सीतापुर लेकर गई थी। रविवार भोर में पुलिस उसे लेकर बलरामपुर लौट रही थी। रास्ते में उमेश सिंह की तबीयत अचानक बिगड़ गई। पुलिस टीम उसे तत्काल जिला अस्पताल लेकर पहुंची, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
पुलिस का कहना है कि मृतक उमेश सिंह सिकल सेल बीमारी से पीड़ित था। उसकी मौत की सूचना स्वजन को दे दी गई है। मृतक के शव को बलरामपुर जिला अस्पताल के शवगृह में रखा गया है।
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बलरामपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विश्वदीपक त्रिपाठी ने बताया कि उमेश सिंह चोरी का आरोपी था। उसने चोरी का सामान भी बरामद करवाया था। पुलिस उसे सीतापुर से ले वापस लौट रही थी। बलरामपुर पहुंचते ही उसकी तबीयत बिगड़ गई। उसे जिला अस्पताल में भर्ती किया गया जहां उसकी मौत हो गई।
उन्होंने बताया कि मृतक उमेश सिंह पिछले एक साल में 10 बार अस्पताल भर्ती हुआ, जबकि दो बार उसे रक्त भी चढ़ाया गया था। उन्होंने बताया कि उसके बीमार होने से संबंधित दस्तावेज भी पुलिस को मिले है। पुलिस की ओर से मृतक के स्वजन को सूचना दे दी गई है।