
नईदुनिया प्रतिनिधि, बिलासपुर: खारंग जलाशय के दायी तट के नहर का मरम्मत काम शुरू होने के बाद से शहरी क्षेत्र में अमृत मिशन के तहत पानी सप्लाई बंद है। यह समस्या बीते शनिवार से बनी हुई है। वहीं अब अमृत मिशन के तहत शहर के 18 हजार से ज्यादा घरों में पानी की समस्या उठ खड़ी हुई है।
इनमें लगभग आधे घरों में ले-देकर पानी तो पहुंच रहा है, लेकिन उसकी फ्लो बेहद धीमी है। आधे घरों में पानी का एक बुंद भी नहीं पहुंच पा रहा है। इसमे तालापारा व आसपास के क्षेत्र के साथ जरहाभाठा के अंदरूणी क्षेत्र में तो पानी के लिए हाहाकार मच गया है।
बता दें कि अमृत मिशन योजना के तहत खारंग जलाशय से पानी लाकर शहर के तकरीबन 18 हजार से ज्यादा घरों में पानी की सप्लाई की जाती है। लेकिन इसके आरडी 1300 मीटर से 1500 मीटर तक नहर बैक के विभिन्न भाग क्षतिग्रस्त होने से पानी का रिसाव हो रहा था। ऐसे में 21 नवंबर से क्षतिग्रस्त नहर का मरम्मत कार्य शुरू किया गया है।
इसके लिए नहर क्षेत्र को सुखाया गया है। परिणाम स्वरुप अमृत मिशन से पानी सप्लाई बंद करना पड़ गया है। जिसका व्यापाक असर शहरी क्षेत्र में पड़ा है और 18 हजार से ज्यादा घरों को पानी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। शहर के तालापारा, तालापारा तालाब क्षेत्र, मंझवापार, कुम्हारपारा, विनोबा नगर, डबरीपारा, भारतीय नगर, जरहाभाठा बस्ती के साथ अमृत मिशन से सप्लाई होने वाले घराें को पानी की समस्या झेलना पड़ रहा है।
मालूम हो निगम प्रबंधन ने पहले से जानकारी दी थी कि नहर मरम्मत के दौरान शहर में पानी की समस्या उठ सकती है। लेकिन इतना अधिक समस्या होगी, इस बारे में अधिकारी भी नहीं सोच पाए थे, क्योंकि इस समस्या की मुख्य वजह निगम का जल विभाग का फेल होना बना है।
बोर के माध्यम से टंकी भर नहीं पा रहा है और जो भी पानी टंकी में आ रहा है, वह घरों के लिए पर्याप्त नहीं है, इसी तरह जगह-जगह लीकेज की वजह से भी पानी का फ्लो कम हो जा रहा है। इन सभी कारणो और नहर मरम्मत की वजह से पानी की समस्या ने बढ़ा रूप धारण कर लिया है।
पानी की किल्लत को देखते हुए प्रभावित क्षेत्रों में टैंकर के माध्यम से पानी सप्लाई किया जा रहा है, लेकिन इतने लोग प्रभावित है कि टैंकर से पानी सप्लाई भी नाकाफी है। लगातार टैंकर भेजने की मांग प्रभावित क्षेत्रों से किया जा रहा है, मांग के अनुरूप पानी नहीं पहुंचाया जा सक रहा है। इसकी वजह से भी लोगों को परेशानी हो रही है।
जल संसाधन विभाग ने नहर मरम्मत का काम पूरा करने में कम से कम 15 दिन का समय लगने की जानकारी नगर निगम को दी है। साफ है कि इस निर्माण कार्य को पूरा होने से अधिकतम दो से तीन सप्ताह तक लग सकता है। ऐसे में आने वाले दिनों में शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में पानी की किल्लत का सामना शहरवासियों को करना पड़ सकता है।
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वार्ड 23 के पार्षद पति रामा बघेल का इस संबंध में कहना है कि हमारे क्षेत्र में 21 नवंबर से ही पानी की समस्या उठ खड़ी हुई है। क्योंकि क्षेत्र में बोर क्षमता के अनुरूप नहीं है। वहीं क्षेत्र के लगभग घरों में 21 नवंबर से पानी सप्लाई बाधित चल रही है। निगम के अधिकारी समस्या दूर करने के लिए कोई भी प्रभावी कदम नहीं उठा रहे है।
जिन घरों में पानी आ रहा है, वहां पर पानी की रफ्तार इतनी धीमी है। एक सामान्य आकार के बाल्टी को भरने में ही 10 मिनट तक का समय लग जा रहा है। जबकि सुबह शाम मिलाकर दो घंटे तक पानी आता है। ऐसे में क्षमता के अनुरूप पानी नहीं मिल पा रहा है और धीरे-धीरे यह समस्या बढ़ते ही जा रही है।