
नईदुनिया प्रतिनिधि, बिलासपुर। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के डिप्टी सीसीएम कौशिक मित्रा एक बार फिर विवादों में आ गए हैं। यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद अब उन पर ड्यूटी पास के दुरुपयोग का गंभीर मामला सामने आया है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार अधिकारी ने तीन महीनों में ड्यूटी पास का इस्तेमाल दो या तीन नहीं, बल्कि लगभग 20 से 25 बार घर जाने के लिए किया। नियमों के विपरीत किए गए इस कथित उपयोग से रेलवे प्रशासन हरकत में आ गया है। पास के इस दुरुपयोग की सूचना मिलते ही रेलवे की विजिलेंस टीम सतर्क हुई।
टीम ने संबंधित अवधि के सभी यात्रा रिकॉर्ड, पास जारी होने के दस्तावेज और उपयोग की पूरी सूची को खंगाला है। प्राथमिक जांच में कई यात्राएं संदेहास्पद पाई गई हैं, जिनमें ड्यूटी से संबंधित कोई तर्कसंगत कारण दर्ज नहीं है। अधिकारियों के अनुसार, रेलवे कर्मचारियों को ड्यूटी पास केवल कार्य से जुड़ी यात्रा के लिए जारी किया जाता है, निजी उपयोग के लिए रेलवे में सुविधा पास का प्रविधान है। पता चला है कि विजिलेंस अधिकारियों ने आवश्यक दस्तावेजों की जांच पूरी कर ली है और रिपोर्ट तैयार की जा रही है।
विभागीय सूत्रों का कहना है कि रिपोर्ट मिलते ही संबंधित अधिकारी के विरुद्ध नियमों के तहत कड़ी कार्रवाई तय है। हालांकि रेलवे प्रशासन इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रहा है, क्योंकि यह न केवल वित्तीय हानि का मुद्दा है बल्कि में अनुशासन और पारदर्शिता पर भी प्रश्नचिह्न खड़ा करता है। यह मामला तो रेलवे के अफसर से जुड़ा हुआ है, ऐसी स्थिति में प्रशासन की भी बदनामी होगी। मामले के उजागर होने के बाद विभागीय दायरे में भी चर्चा तेज है। यह देखा जा रहा है कि क्या पास के जारी होने से लेकर उपयोग तक किसी स्तर पर और भी लापरवाही या मिलीभगत तो नहीं हुई।
फिलहाल सभी की नजरें विजिलेंस रिपोर्ट पर टिकी हैं, जिसके आधार पर आगे की कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। डिप्टी सीसीएम मित्रा का कोलकाता में घर है। रेलवे में इस स्तर के अधिकारी को ऑल इंडिया पर ड्यूटी पास जारी होता है। उन्होंने इसी का दुरुपयोग किया है।
मई से जुलाई तक मिली लापरवाही विजिलेंस की जांच में ड्यूटी पास का यह दुरुपयोग मई से जुलाई महीने के बीच किया गया है। विजिलेंस ने रिकार्ड के साथ सबूत भी निकाले हैं। हालांकि प्रशासनिक दबाव के कारण उनकी रिपोर्ट अटकी हुई है।बाक्स-बर्खास्तगी योग्य अपराध रेलवे में ड्यूटी पास का बार-बार निजी उपयोग सीधे बर्खास्तगी योग्य अपराध की श्रेणी में आता है, क्योंकि यह सरकारी संसाधनों के दुरुपयोग और वित्तीय हानि से जुड़ा मामला होता है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के डिप्टी सीसीएम कौशिक मित्रा पर किस तरह की कार्रवाई होगी, यह रेलवे प्रशासन के सख्त रुख पर निर्भर करता है। रेलवे नियमों के अनुसार ड्यूटी पास का निजी यात्रा में इस्तेमाल गंभीर अनुशासनहीनता माना जाता है।