
बिलासपुर। कलेक्टर डा.सारांश मित्तर ने मंगलवार को चकरभाठा एयरपोर्ट का निरीक्षण किया। अपूर्ण कार्य को हाई कोर्ट के निर्देशानुसार तय समय सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए। चकरभाठा एयरपोर्ट को थ्री सी कैटेगरी के एयरपोर्ट के रूप में उन्नयन किया जा रहा है। इसके लिए केंद्र सरकार ने फंड जारी कर दिया है।
कलेक्टर ने एयरपोर्ट के टर्मिनल एवं रनवे में चल रहे कार्यों को देखा। एयरपोर्ट के चारों और बांउड्रीवाल में फेंसिंग का निरीक्षण कर इसके विस्तार के लिए चल रहे कार्यों की प्रगति की जानकारी ली। ठेकेदार को मौके पर बुलाकर निर्देशित किया कि मशीन लगाकर जल्द कार्य पूर्ण करें। वर्तमान में एयरपोर्ट में फेंसिंग टू सी श्रेणी की है। जिसे उन्नयन कर थ्री सी श्रेणी के अनुसार फेंसिंग का कार्य कराया जा रहा है।
कलेक्टर ने निरीक्षण के बाद अधिकारियों की बैठक ली और निर्देश दिया कि रनवे के दोनों ओर ग्रेंडिंग के बचे कार्य, जहां रनवे समाप्त होता है वहां दोनों ओर रेशा कार्य, नाली निर्माण के शेष कार्य 20 अक्टूबर के पूर्व पूर्ण करें। टर्मिनल के निर्माणधीन कार्य जिसमें यात्रियों के आवागमन एवं प्रस्थान के लिए द्वार निर्माण, बुकिंग काउंटर आदि शामिल है,साथ ही सुरक्षा से जुड़े सभी कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान एयरपोर्ट के डायरेक्टर एन विरेंद्र, अतिरिक्त कलेक्टर बीएस उइके, एसडीएम बिल्हा अखिलेश साहू, डिप्टी कलेक्टर स्मृति तिवारी, पीडब्लूडी के अधिकारी तथा अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
हाई कोर्ट ने जताई थी नाराजगी
चकरभाठा एयरपोर्ट से हवाई सेवा शुरू करने की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट में दो जनहित याचिका पर एकसाथ सुनवाई हो रही है। बीते दिनों सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता वकील संदीप दुबे की ओर से पैरवी करते हुए वकील सुदीप श्रीवास्तव ने डिवीजन बेंच को जानकारी दी थी कि सिविल एविएशन डायरेक्टर सिद्घार्थ कोमल सिंह परदेशी द्वारा फंड जारी न किए जाने के कारण एयरपोर्ट के चारों तरफ बाउंड्रीवाल का कार्य पूर्ण नहीं हो पा रहा। इसके अलावा फंड के अभाव में छोटे-छोटे काम पूरे नहीं हो पा रहे थे। इस पर डिवीजन बेंच ने नाराजगी जाहिर की थी। कोर्ट ने सिविल एविएशन डायरेक्टर को नोटिस जारी कर जवाब पेश करने के निर्देश दिए हैं। डिवीजन बेंच की नाराजगी का असर भी हुआ। एयरपोर्ट के शेष बचे कार्य के लिए एविएशन विभाग ने फंड स्वीकृत कर दिया है।