बिलासपुर। बिलासपुर यार्ड व कोरबा के बालपुर में मालगाड़ी बेपटरी के मामले में रेलवे ने चार-चार सदस्यीय दो जांच टीम गठित कर दी है। बिलासपुर यार्ड की घटना बड़ी थी। इसलिए यहां वरिष्ठ अधिकारियों को टीम में शामिल किया गया है। अधिकारियों को जल्द जांच रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा गया है। इसके बाद घटना के लिए जिम्मेदार पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी। बालपुर रेलवे स्टेशन में घटना उस समय हुई, जब खाली मालगाड़ी कोयला लेने के लिए बिलासपुर से कोरबा जा रही थी। स्टेशन के पास एक वैगन पटरी से उतर गया। इस घटना से कोई नुकसान तो नहीं हुआ, लेकिन बिलासपुर-कोरबा रेल मार्ग बंद हो गया।
ट्रेनें रद भी करनी पड़ी। दो दिन तक परिचालन बाधित रहा। चूंकि घटना छोटी हो या बड़ी रेलवे मामले की जांच के लिए टीम गठित करती है। इसलिए इस घटना की जांच के लिए चार सदस्यीय जांच कमेटी बनाई गई है। इसमें सहायक मंडल संरक्षा अधिकारी, सहायक मंडल यांत्रिक इंजीनियर (परिचालन फ्यूल), सहायक मंडल इंजीनियर (सेंट्रल) एवं सहायक परिचालन प्रबंधक(सामान्य) शामिल हैं। उसी दिन 50 मिनट के भीतर बिलासपुर रेलवे स्टेशन के आरआरआइ केबिन सीमेंट लोड एक मालगाड़ी के तीन वैगन पटरी से उतर गए थे। इस घटना में ओएचई तार के साथ खंभे भी क्षतिग्रस्त हुए। बड़ी दुर्घटना की वजह से ट्रैक सुधार होने में 13 घंटे लग गए। इसके चलते इस रेलमार्ग पर ट्रेनों का परिचालन बाधित रहा।
यह भी पढ़ें:मुंगेली जिला: गांव के बाहर पति-पत्नी ने फांसी लगाकर की आत्महत्या
इतना ही नहीं इससे रेलवे को भी नुकसान हुआ है। यही वजह है कि इस घटना के लिए भी चार सदस्यीय टीम बनाई गई है। इसमें वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी, वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर(फ्रेट), वरिष्ठ मंडल इंजीनियर(समन्वय) एवं वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक(सामान्य) शामिल हैं। वरिष्ठ अधिकारियों की इस टीम से अंदाजा लगाया जा सकता है कि बिलासपुर यार्ड की घटना को बेहद गंभीरता से लिया जा रहा है। यही वजह है कि रेलवे द्वारा जांच गठित करने के साथ ही उन्हें जल्द रिपोर्ट सौंपने के लिए भी कहा गया है, ताकि जिसकी भी लापरवाही हो, उस पर कार्रवाई की जा सके।