नईदुनिया प्रतिनिधि, बिलासपुर: बंधवापारा स्थित एक आवास में बिना अनुमति प्रार्थना सभा आयोजित की जा रही थी। आरोप है कि इस दौरान हिंदू परिवारों को एक धर्म विशेष की प्रार्थना में शामिल कर मतांतरण के लिए प्रेरित किया जा रहा था।शिकायत पर सरकंडा पुलिस ने मौके पर पहुंचकर अपराध दर्ज किया है।पुलिस का कहना है कि मामले की जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
टिकरापारा मन्नू चौक निवासी और समाजसेविका प्रभा तिवारी बाजपेयी ने सरकंडा थाना में रात करीब 8.15 बजे शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में उन्होंने बताया कि उन्हें सूचना मिली कि बंधवापारा ईमलीभाठा स्थित जोगी आवास के एक भवन में एक धर्म विशेष के लोग मतांतरण के उद्देश्य से अपने धर्म का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं।
प्रभा तिवारी के अनुसार, सूचना मिलते ही जब वह वहां पहुंचीं तो देखा कि रूक्मणी गेंदले, पुनम साहू और कुछ अन्य लोग करीब 20 से 25 हिंदू धर्म के पुरुषों, महिलाओं और बच्चों को एक धर्म विशेष की प्रार्थना कराते हुए मतांतरण के लिए प्रेरित कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि उनके साथ हिंदू संगठन के यतेन्द्र नाथ मिश्रा, अरुण साहू और सचिन द्विवेदी व अन्य सदस्य भी मौजूद थे। सभी ने बिना अनुमति भवन को प्रार्थना स्थल में बदलने का विरोध किया। इस दौरान नोकझोंक हुई, जिसके बाद उन्होंने थाने पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई।
प्रार्थी ने कहा कि भवन में हुए आयोजन से उनकी धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं और समाज में सांप्रदायिक तनाव फैलने का खतरा है।उन्होंने आरोपियों पर कानूनी कार्रवाई की मांग करते हुए चेतावनी दी कि यदि ऐसे मामलों को गंभीरता से नहीं लिया गया तो विरोध प्रदेश स्तर पर होगा।
तेजी से बढ़ता मतांतरण का जाल
ईमलीभाठा और जिले के अन्य इलाकों में पिछले कुछ समय से मतांतरण की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। स्थानीय संगठनों का आरोप है कि प्रार्थना सभा, चमत्कार और सहायता के नाम पर गरीब और अशिक्षित लोगों को बहला-फुसलाकर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। कई बार शिकायतों के बावजूद ऐसे आयोजनों पर सख्ती नहीं हो पाई है, जिससे इन गतिविधियों को बढ़ावा मिल रहा है।
निलेश पांडेय, थाना प्रभारी सरकंडा ने कहा कि “ईमलीभाठा क्षेत्र में एक धर्म सभा आयोजन की शिकायत हुई है। प्रार्थी की शिकायत पर अपराध दर्ज कर जांच की जा रही है।”
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