बिलासपुर। समर्पित संस्था के अंतर्गत चलने वाली रेलवे चाइल्ड लाइन के द्वारा बिलासपुर के स्लम एरिया के 50 बच्चों को चप्पल उपलब्ध कराई गई। इन बच्चों के पास चप्पल नहीं थी। तपती धूप में खुले पैर घूमते थे। इसके अलावा उन्हें चाइल्ड लाइन के सदस्यों ने और भी आवश्यकता पर सूचित करने के लिए कहा। चाइल्ड लाइन रेलवे स्टेशन के साथ-साथ बाहर भी बच्चों के सहयोग जुड़े कार्यों को करती है। चप्पल वितरण के साथ रेलवे चाइल्ड लाइन की केंद्र समन्वयक अलका फाक द्वारा बच्चों को गर्मी व लू से बचने के उपाय बताए गए व बाल श्रम, भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चों की सुरक्षा व नशा करने वाले बच्चों के विषय में जानकारी दी गई। 1098 चाइल्ड लाइन के कार्यो के बारे में बताया भी विस्तार से बताया गया। बच्चों की सुरक्षा यात्रा के दौरान विशेष रूप से किया जाए भिक्षा वृत्ति वाले बच्चों को समझाया जाए कि वे ऐसा न करें और बच्चों को स्कूल भेजे।
कोविड-19 को देखते हुए बच्चों को साफ - सफाई व मास्क का उपयोग नियमित रूप से करने के लिए कहा गया। बच्चों के साथ-साथ उनके अभिभावकों को बताया गया की बच्चों को सही राह दिखाने का पहला कर्तव्य उनका है। माता-पिता को भी मास्क लगाने के लिए बताया गया। चाइल्ड लाइन के बारे में जानकारी देते हुए कहा की मुसीबत में फंसे बच्चों की मदद करने के लिए व किसी भी बच्चे को संरक्षण की जरूरत है या किसी भी बच्चे के साथ मानसिक व शरीरिक शोषण होता है तो वह तत्काल 1098 में काल कर जानकारी दे सकते। चाइल्ड लाइन के सदस्य तत्काल मदद के लिए पहुंचेंगे। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए संस्था के अध्यक्ष डा. संदीप शर्मा, प्रोजेक्ट डायरेक्टर नाजनीन अली, रेलवे चाइल्ड लाइन की केंद्र समन्वयक अलका फाक, काउंसलर अमित मरावी व टीम मेंबर गीता, उपासना, नितेश, संतोष, मनीषा, आभाष शर्मा, आकांक्षा व गुलापा, गोकरन का विशेष योगदान रहा।