फ्यूज कॉल सेंटर की लापरवाही उजागर: बिजली ठप, उपभोक्ताओं की शिकायतें अनसुनी
उपभोक्ताओं की समस्याओं का तत्काल समाधान करने के उद्देश्य से मंगला क्षेत्र में स्थापित फ्यूज कॉल सेंटर अपनी शुरुआत में ही फेल साबित हो रहा है। उपभोक्ताओं का कहना है कि कॉल सेंटर पर बार-बार शिकायत करने के बावजूद समय पर सहायता नहीं मिली
Publish Date: Fri, 25 Jul 2025 08:33:32 AM (IST)
Updated Date: Fri, 25 Jul 2025 08:33:32 AM (IST)
फ्यूज कॉल सेंटर की लापरवाही उजागर(फोटो- नई दुनिया)HighLights
- बिजली विभाग की लापरवाही से उपभोक्ताओं को परेशानी ।
- फ्यूज कॉल सेंटर अपनी शुरुआत में ही फेल साबित हो रहा है।
- लगातार शिकायतों के बावजूद समस्या का समाधान नहीं निकला।
बिलासपुर। उपभोक्ताओं की समस्याओं का तत्काल समाधान करने के उद्देश्य से मंगला क्षेत्र में स्थापित फ्यूज कॉल सेंटर अपनी शुरुआत में ही फेल साबित हो रहा है। गुरुवार को हुई घटना ने इस व्यवस्था की पोल खोल दी और बिजली कंपनी की लापरवाही उजागर कर दी।
लगातार हो रही बारिश के कारण बुधवार रात से मंगला क्षेत्र के कई हिस्सों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई। परेशान उपभोक्ताओं ने फ्यूज कॉल सेंटर पर दिए गए नंबरों पर 40 से 50 बार कॉल किया, लेकिन एक भी कॉल रिसीव नहीं हुई। गुरुवार दोपहर बाद भी बिजली सप्लाई शुरू न होने पर कुछ उपभोक्ता अल्का एवेन्यू स्थित कॉल सेंटर पहुंचे। वहां ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी गहरी नींद में सोता मिला। उपभोक्ताओं के आवाज देने और दरवाजा खटखटाने के बाद भी वह नहीं जागा।
उपभोक्ताओं का कहना है कि लगातार शिकायतों के बावजूद बिजली कंपनी के अधिकारी न तो औचक निरीक्षण करते हैं और न ही जवाबदेही तय होती है। अधिकारियों की इस ढिलाई के कारण ठेकेदार बेफिक्र होकर लापरवाही कर रहे हैं। उपभोक्ताओं का सवाल है कि जब आपात स्थिति में भी कॉल सेंटर मदद नहीं कर सकता, तो इसका औचित्य क्या है।
कहीं ट्रांसफार्मर खराब, कहीं इंसुलेटर फूटा
बुधवार रात हुई तेज बारिश और गरज के कारण बिजली आपूर्ति व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई। कई क्षेत्रों में बिजली घंटों तक गुल रही। कहीं ट्रांसफार्मर में खराबी आई, तो कहीं इंसुलेटर फूटने से सप्लाई बंद हो गई। मंगला, सिरगिट्टी, शांति नगर, शुभम विहार, सरकंडा और नेहरू नगर जैसे इलाकों में रातभर बिजली नहीं रही।
बिजली कंपनी की टीम ने शिकायत मिलने के बाद सुधार कार्य शुरू किया, लेकिन संसाधनों की कमी और स्टाफ की सीमित संख्या के कारण मरम्मत कार्य में देरी हुई। उपभोक्ताओं का कहना है कि कॉल सेंटर पर बार-बार शिकायत करने के बावजूद समय पर सहायता नहीं मिली।