Indian Railway: बिलासपुर रेलवे जोन ने 152 किमी रेल लाइन बिछाने का काम किया पूरा
Indian Railway: नई रेल लाइन, दोहरीकरण, तीसरी लाइन और चौथी लाइन की महत्वपूर्ण परियोजनाओं को मिली गति
By Manoj Kumar Tiwari
Edited By: Manoj Kumar Tiwari
Publish Date: Thu, 05 Jan 2023 11:33:42 AM (IST)
Updated Date: Thu, 05 Jan 2023 11:33:42 AM (IST)

Indian Railway: बिलासपुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने बुनियादी संरचना के विकास क्षेत्र में नई उपलब्धि हासिल की है। तीनों रेल मंडल बिलासपुर, रायपुर एवं नागपुर के अंतर्गत नई रेल लाइन, दोहरीकरण, तीसरी लाइन, चौथी लाइन के निर्माण एवं आमान परिवर्तन परियोजना पर तेजी से कार्य किए जा रहे हैं। इसी का परिणाम है कि अप्रैल से दिसंबर 2022 तक 152 किमी रेल लाइन का निर्माण पूरा कर लिया गया है।
यात्री सुविधाओं की दृष्टि से स्टेशनों में फूट ओवरब्रिज के निर्माण, रेल लाइनों को क्रास करने वाली सड़क के यात्रियों के लिए रोड ओवरब्रिज व सब-वे का निर्माण हो व आमान परिवर्तन जैसी अनेक महत्वपूर्ण बड़ी परियोजनाओं को दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में पूर्ण किया गया है।
इनसे मिल रहा लोगों को लाभ
बिलासपुर-झारसुगुड़ा चौथी लाइन परियोजना- इस परियोजना के अंतर्गत बिलासपुर से झारसुगुड़ा के मध्य 206 किमी चौथी लाइन का निर्माण लगभग 2060 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से किया जा रहा है। इस परियोजना के अंतर्गत चांपा-सारागांव, झाराडीह-राबर्ट्सन एवं हिमगिर-झारसुगुड़ा के मध्य 70 किमी चौथी रेल लाइन का निर्माण पूर्ण कर लिया गया है।
राजनांदगांव-कलमना तीसरी लाइन परियोजना - इस परियोजना के अंतर्गत राजनांदगांव से कलमना, नागपुर के मध्य 228 किमी तीसरी लाइन का निर्माण लगभग 3226 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से किया जा रहा है। इस परियोजना के अंतर्गत राजनांदगांव-पयिजोब, बोरतलाव-दारेकसा एवं काचेवानी-भंडारा रोड के मध्य 78 किमी तीसरी रेल लाइन का निर्माण हो गया है।
अनूपपुर-कटनी तीसरी लाइन परियोजना-अनूपपुर से कटनी के मध्य 165.52 किमी तीसरी लाइन का निर्माण लगभग 1371 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से किया जा रहा है। इस परियोजना के अंतर्गत अमलाई-सिंघपुर एवं रुपौंद-झलवारा के मध्य 36 किमी तीसरी रेल लाइन का निर्माण पूर्ण कर लिया गया है। इसके साथ ही रायपुर-टिटलागढ़ दोहरीकरण परियोजना के अंतर्गत लाखौली से आरवीएच के मध्य 26 किमी दोहरीकरण तथा खरसियां-धरमजयगढ़ परियोजना के अंतर्गत खरसियां से कारीछापर के मध्य 45 किमी दोहरीकरण का कार्य पूर्ण किया गया है।