
नईदुनिया प्रतिनिधि, बिलासपुर: रतनपुर क्षेत्र के भैंसाझार जंगल में चार दिन पहले मिली लाश के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। जांच में पता चला है कि प्रेम प्रसंग और पुराने जमीन विवाद के चलते दो सगे भाइयों ने मिलकर पूर्व उपसरपंच सूर्यप्रकाश बघेल की हत्या की और उनकी लाश जंगल में छुपा दी। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि कुछ और लोगों की संलिप्तता की आशंका के आधार पर आगे की जांच जारी है।
जानकारी के अनुसार, तीन दिसंबर की सुबह सूर्यप्रकाश बघेल जेंजराडीह मुक्तिधाम में निर्माण कार्य देख रहे थे। सुबह 10 बजे वे सीमेंट लाने गांव की ओर निकले और उसके बाद लापता हो गए। परिजनों ने रतनपुर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने उनकी तलाश शुरू की।
पूर्व उपसरपंच की अंतिम मोबाइल लोकेशन भैंसाझार जंगल में मिली। शुक्रवार को ग्रामीणों ने खोजबीन शुरू की, जहां पहले बाइक और फिर थोड़ी दूरी पर झाड़ियों में उनका शव मिला। सूचना मिलते ही एएसपी अर्चना झा, डीएसपी लालचंद मोहले, डॉग स्क्वॉड और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। पोस्टमार्टम में साफ हुआ कि उनकी हत्या मारपीट कर की गई थी।
जांच में सामने आया कि आरोपी रंजीत खाण्डे (23) और सुधीर खाण्डे (21) के पिता की मौत के बाद उनकी जमीन को लेकर पूर्व उपसरपंच से विवाद था। कई बार बघेल ने उन्हें आर्थिक मदद भी दी थी, लेकिन वे लगातार उनसे रुपये मांगकर विवाद करते रहे। बाद में गांव की दो युवतियों से प्रेम संबंध को लेकर भी झगड़ा हुआ, जिसके बाद दोनों भाई तीन महीने पहले गांव छोड़कर भुंडा में रहने लगे और वहीं से हत्या की साजिश रची।
लाश मिलने के बाद एएसपी अर्चना झा के नेतृत्व में पुलिस ने तकनीकी और फील्ड जांच शुरू की। मोबाइल लोकेशन, कॉल डिटेल और रविवार को मिले इनपुट के आधार पर एसीसीयू और रतनपुर पुलिस की टीम ने दोनों भाइयों को भुंडा क्षेत्र से पकड़ लिया। कड़ाई से पूछताछ में दोनों ने हत्या कबूल कर ली।
पुलिस का मानना है कि हत्या में दोनों भाइयों के अलावा कुछ अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं। इस दिशा में जांच आगे बढ़ाई जा रही है। आरोपी युवकों को न्यायालय में पेश किया जाएगा।