नईदुनिया न्यूज, बिलासपुर: शहर के सिरगिट्टी क्षेत्र में संचालित राजश्री पान मसाला फैक्ट्री से लगातार फैल रहे वायु प्रदूषण ने स्थानीय लोगों की सांसें मुश्किल कर दी हैं। फैक्ट्री से निकलने वाले सूक्ष्म कणों ने क्षेत्र की हवा को इस कदर प्रदूषित कर दिया है कि यहां एलर्जी, अस्थमा और सांस संबंधी बीमारियों के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
स्थानीय नागरिकों ने इस गंभीर स्थिति को देखते हुए कलेक्टर के माध्यम से प्रधानमंत्री को पत्र भेजकर फैक्ट्री के विरुद्ध नियामक कार्रवाई की मांग की है। पत्र में उल्लेख किया गया है कि यह इकाई रहवासी क्षेत्र में संचालित हो रही है, जिससे आमजन के जीवन पर संकट मंडरा रहा है। मामले में नईदुनिया की टीम ने फैक्ट्री के मैनेजर से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन उनके मोबाइल बंद होने की वजह से उनसे संपर्क नहीं हो पाया।
फैक्ट्री द्वारा पर्यावरणीय मानकों की घोर उपेक्षा की जा रही है। न तो प्रदूषण नियंत्रण उपाय किए गए हैं और न ही स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। बाहर के राज्यों से श्रमिक बुलाए जा रहे हैं, जिससे स्थानीय युवाओं को रोजगार नहीं मिल पा रहा है।
नागरिकों ने प्रधानमंत्री, कलेक्टर, उद्योग मंत्रालय व पर्यावरण निदेशालय से मांग की है कि इस इकाई पर शीघ्र नियामक जांच की जाए और इसे किसी औद्योगिक क्षेत्र में स्थानांतरित किया जाए, ताकि लोगों का स्वास्थ्य और जीवन सुरक्षित रह सके।
स्थानीय निवासी अरविंद मिश्रा का कहना है कि पहले से ही इस फैक्ट्री से त्रस्त हैं, अब दूसरी इकाई शुरू हो गई है। लोगों का जीना दूभर हो जाएगा, पलायन की नौबत आ जाएगी। हाई कोर्ट को स्वयं संज्ञान लेना चाहिए और फैक्ट्री को आवासीय क्षेत्र से हटाया जाना चाहिए।
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स्थानीय निवासी सोमनाथ पांडेय का कहना है कि पूरे क्षेत्र की हवा फैक्ट्री की वजह से जहरीली हो चुकी है। पर्यावरण विभाग को इस पर तत्काल ध्यान देना चाहिए। नई यूनिट शुरू करने से पहले जनसुनवाई जरूरी है।
सिरगिट्टी नवयुवक संघर्ष समिति के अध्यक्ष लक्की दुबे का कहना है कि यदि फैक्ट्री पर्यावरण मानकों का पालन करे और स्थानीय लोगों को रोजगार दे, तो कोई आपत्ति नहीं। अन्यथा हम जनआंदोलन के लिए तैयार हैं।