Railway News Bilaspur: समस्याओं को लेकर रनिंग स्टाफ ने सभी लाबी के सामने जताया विरोध
असुरक्षित स्थिति में काम न करने का निर्णय
By Manoj Kumar Tiwari
Edited By: Manoj Kumar Tiwari
Publish Date: Thu, 01 Jun 2023 04:16:40 PM (IST)
Updated Date: Thu, 01 Jun 2023 04:16:40 PM (IST)

बिलासपुर। रेलवे का रनिंग स्टाफ कई तरह की समस्याओं से जुझ रहा है। इन्हीं समस्याओं को लेकर बिलासपुर रेल मंडल् के सभी क्रू लाबी के सामने गेट मीटिंग की गई थी। इसके अलावा रेल प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया गया। इस मीटिंग कई तरह के निर्णय लिए गए। जिसमें सबसे प्रमुख असुरक्षित स्थिति में काम न करने का निर्णय लिया गया।
इस मीटिंग में बड़ी संख्या में चालक व परिचालक के अलावा गार्ड मौजूद थे। रनिंग स्टाफ को इस मीटिंग की जानकारी पहले ही दे दी गई थी। यहीं वजह है कि मीटिंग के माध्यम से रेल प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए बड़ी संख्या में रनिंग स्टाफ उपस्थित रहे। इस दौरान सिंहपुर जैसी भीषण दुर्घटना के बावजूद जबरजस्ती लांग आवर्स ड्यूटी कराने के प्रशासनिक आदेशो का पुरजोर विरोध किया गया। इस मौके पर असुरक्षित स्थिति में काम न करने का निर्णय लिया गया। इसके साथ ही 12-14 घंटे ड्यूटी पश्चात रनिंग रूम पहुंचने पर दो-तीन घण्टे बेड के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। जिसके चलते स्टाफ का आराम नहीं मिल पाता। ऐसी स्थिति में भला ट्रेनों का सुरक्षित परिचालन कैसे किया जाएगा। रनिंग रूम में बेड उपलब्ध न होने के बावजूद, सेक्शन से रिलीफ स्टाफ को रनिंग रूम जाने के लिए बाध्य किया जाता है। बिना बेड उपलब्धता के रिलीफ स्टाफ को रनिंग रूम भेजने बाध्य न किया जाए। इसी तरह डेटोनेटर (विस्फोटक सामान) लोको कैब में उपलब्ध कराया जाए। रनिंग स्टाफ को व्यक्तिगत बैग में ढोने बाध्य न किया जाए। इनवेलीड बीपीसी में कई बार लोडिंग कर असुरक्षित संचालन न करने की मांग भी की गई। इसी तरह सभी लोको कैब को वातानुकूलित करने का मुद्दा पर पूरी दम - खम के साथ उठाया गया। उनका कहना था कि भीषण गर्मी में संरक्षित संचालन सुनिश्चित करने में यह बड़ी बाधा है। इसके चलते गार्ड हो या फिर ड्राइवर उन्हें भारी दिक्कतें होती है। यदि मांगें पूरी नहीं होती है तो रनिंग स्टाफ आगे भी विरोध प्रदर्शन जारी रखेगा।