नईदुनिया प्रतिनिधि,बिलासपुर। सफर के दौरान एक यात्री का ढाई लाख रुपये कीमती मंगलसूत्र गुम गया। परेशान यात्री ने रेल मदद एप पर सूचना देकर सहयोग मांगा। इस पर सीटीआइ ने तत्परता दिखाते हुए ट्रेन में जांच की। टेंडरों से भी जानकारी ली। लेकिन, सभी ने मंगलसूत्र मिलने से इंकार कर दिया। इसी बीच एक अन्य महिला यात्री ने बर्थ के नीचे गिरे होने की जानकारी देते हुए मंगलसूत्र को उन्हें दिया गया। गुम मंगलसूत्र जब यात्री के हाथों पर आया तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं था। इस बेहतर कार्य के लिए रेल प्रशासन ने सीटीआइ को शाबाशी दी।
रेल मदद एप पर दी सूचना मिला किमती मंगलसूत्र
सोमवार को 18238 अमृतसर-बिलासपुर छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस के बी-2 कोच में भोपाल से दुर्ग तक परिवार के साथ यात्रा कर रहे दीपक श्रीवास्तव ने रेल मदद एप में ढाई लाख रुपये कीमती मंगलसूत्र गुमने की सूचना दी। रेलवे प्रशासन ने इसकी सूचना आनबोर्ड सीटीआइ रजत सरकार को दी। जब जानकारी मिली तो ट्रेन भिलाई पावर स्टेशन पार कर रही थी।
इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए सीटीआइ रजत सरकार ने कोच में जाकर जांच की। मंगलसूत्र नहीं मिलने पर उन्होंने अटेंडरों को बुलाकर खोजने और नहीं मिलने पर रायपुर स्टेशन में आरपीएफ बुलाकर चेक करवाने की बात कही। कुछ देर बाद ट्रेन में यात्रा कर रही एक महिला यात्री ने मंगलसूत्र को नीचे गिरने की जानकारी देकर सीटीआइ को वापस करने लगी।
सीटीआइ के कहने पर महिला यात्री ने रायपुर स्टेशन पहुंचने के बाद आरपीएफ को मंगलसूत्र दिया। सीटीआइ रजत सरकार की तत्परता और सतर्कता से गुम मंगलसूत्र मिल गया। इस उत्कृष्ट कार्य की वाणिज्य विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों ने प्रशंसा की और कहा कि काम हमेशा इसी तरह सक्रिय रहना चाहिए। यात्रियों की मदद करने से सुकून मिलता है। इसके अलावा अन्य कर्मचारियों को प्रेरणा भी मिलती है।