बिलासपुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। दुर्ग-नवतनवा एक्सप्रेस मंगलवार की रात 12 बजे से दो बजे तक बीच रास्ते में खड़ी रही। बिलासपुर व दाधापारा रेलवे स्टेशन के बीच इस ट्रेन के पेंटो में फंसकर ओएचई तार टूट गया। बिजली सप्लाई बंद होते ही ट्रेन के पहिए थम गए। इस ट्रेन के यात्रियों को आधी रात दो घंटे बीच रास्ते में गुजारना पड़ी। बाद में संबंधित विभाग का अमला मौके पर पहुंचा और तार जोड़ा गया। इसके बाद ट्रेन गंतव्य के लिए रवाना हुई।
घटना रात 12 बजे की है। दुर्ग-नवतनवा एक्सप्रेस रायपुर से आ रही थी। यह ट्रेन बिलासपुर रेलवे स्टेशन नहीं पहुंचती, बल्कि बाइपास लाइन से सीधे उसलापुर रेलवे स्टेशन जाकर रूकती है। उसलापुर में यात्री परेशान थे और इस ट्रेन के आने का इंतजार कर रहे थे। ट्रेन दाधापारा तक तय समय पर पहुंची भी। स्टेशन में यात्रियों के बीच हलचल भी थी। सभी प्लेटफार्म के उस हिस्से में खड़े हो गए, जहां उनका आरक्षित कोच था।
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दाधापारा स्टेशन पार होने के बाद अचानक ट्रेन के पहिए थम गए। इसकी वजह से ट्रेन विलंब से बतानी लगी। यात्री भी हड़बड़ा गए और स्टेशन मास्टर से जानकारी लेने लगे। तब पता चला की इस ट्रेन के पेंटो में ओएचइ से जो इलेक्ट्रिक टीएसएस से फीडी होता है वहीं तार टूट गया है। इसे ओएचइ ही कहा जाता है। चूंकि घटना स्थल रायपुर रेल मंडल के दायरे में था। इसलिए वहां से भी कर्मचारी पहुंचे। बिलासपुर से भी अमला पहुंचा।
इसे ठीक करने में कर्मचारियों को दो घंटे का समय लग गया। इस ट्रेन के अलावा अहमदाबाद एक्सप्रेस, गीतांजलि एक्सप्रेस भी कुछ देर के लिए प्रभावित हुई। बाद में दोनों ट्रेन केा मिडिल लाइन से चलाकर बिलासपुर रेलवे स्टेशन तक लाया गया। इधर नवतनवा एक्सप्रेस में फंसे यात्री लगातार यही जानने का प्रयास करते रहे की स्थिति कब सामान्य होगी। कई यात्रियों को उसलापुर स्टेशन में भी उतरना था। वह परेशान रहे।