
नईदुनिया प्रतिनिधि, दंतेवाड़ा। सुकमा जिले के डीएसपी तोमेश वर्मा पर सरेआम चाकू से हमला करने के मामले में पुलिस ने आरोपित रविशंकर साहू और सहयोगी महिला को गिरफ्तार कर शनिवार को न्यायालय में पेश किया। जेएमएफसी सुहासिनी ठाकुर की अदालत ने दोनों आरोपितों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। वहीं, हमले में घायल डीएसपी तोमेश वर्मा को बेहतर उपचार के लिए जगदलपुर रेफर किया गया है।
पुलिस के अनुसार, डीएसपी वर्मा के बयान में बताया गया है कि आरोपित महिला रिश्ते में उनकी भाभी लगती है। महिला ने पूर्व में डीएसपी के खिलाफ दुर्ग जिले में दुष्कर्म का प्रकरण दर्ज कराया था, जिसमें न्यायालय द्वारा डीएसपी को दोषमुक्त कर दिया गया था। इसके बाद महिला ने हाईकोर्ट में अपील की बात कहते हुए फोन के माध्यम से लगातार संपर्क कर समझौते का दबाव बनाना शुरू किया और करीब 25 लाख रुपये की मांग की।
आपसी समझौते के लिए शुक्रवार को दंतेवाड़ा में मुलाकात तय हुई। इसी सिलसिले में महिला अपने सहयोगी रविशंकर साहू के साथ एक दिन पहले ही दुर्ग से बस द्वारा दंतेवाड़ा पहुंची और एक निजी होटल में ठहरी थी। घटना के दिन डीएसपी वर्मा किसी विभागीय मामले के सिलसिले में दंतेवाड़ा न्यायालय पहुंचे थे। न्यायालय परिसर में महिला के बातचीत के आग्रह पर डीएसपी ने उसे अपने सरकारी स्कार्पियो वाहन में बैठा लिया।
डीएसपी ने अपने कथन में बताया कि इसके बाद करीब दो घंटे तक महिला ने डीएसपी को चाकू की नोंक पर बंधक बनाए रखा। हालांकि, अपने कथन में डीएसपी यह स्पष्ट नहीं कर पाए कि उनके पास विभागीय पिस्टल होने के बावजूद वे कैसे बंधक बने रहे। डीएसपी के अनुसार, जब वाहन होटल के सामने सड़क पर पहुंचा, तो वहां पहले से मौजूद रिटायर्ड फौजी रविशंकर साहू ने महिला के साथ मिलकर उन पर चाकू से हमला कर दिया।
यह भी पढ़ें- 'खाकी' के नाम पर ठगी! सरकारी नौकरी का झांसा देकर युवती से हड़पे ₹22 हजार, आरोपी खुद को बताता था आरक्षक
हमले में डीएसपी के चेहरे के बाएं हिस्से में गहरी चोट आई, इसके बावजूद उन्होंने हमलावर युवक को पकड़े रखा। इसी दौरान मौके से गुजर रहे पुलिस जवान भी वहां पहुंच गए और स्थिति को नियंत्रित किया। मामले की जांच कर रहे सिटी कोतवाली के अधिकारी राम कुमार श्याम ने बताया कि यह मामला आपसी रंजिश से जुड़ा है और हमला पूर्व नियोजित तरीके से धारदार हथियार से किया गया था।