
नईदुनिया प्रतिनिधि, बालाघाट। पढ़ाई पूरी करने के बाद भी, नौकरी ना मिलने के चलते शिक्षित बेरोजगारों के आंकड़े लगातार बढ़ते जा रहे हैं। जिसके चलते बेरोजगार युवा किसी भी तरीके से सरकारी नौकरी की चाह में अपनी गाढ़ी कमाई खर्च कर लगातार ठगी के शिकार हो रहे हैं। सरकारी नौकरी देने के नाम पर पैसों की ठगी के लगातार बढ़ते जा रहे मामलों के बीच अब टेलीग्राम विभाग में सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर एक युवती के साथ 22 हजार की धोखाधड़ी किए जाने का एक मामला सामने आया है।
ठगी का अहसास होने पर तहसील खैरलांजी थाना रामपायली के ग्राम नवेगांव वार्ड नं 19 निवासी युवती शांतनु पिता संतोष सुलाखे ने कथित पुलिस के आरक्षक सुरेंद्र कुमार दिवाकर पर पैसों की ठगी किए जाने का आरोप लगाया है। जिसने अपने परिचितों के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय में सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर ली गई रकम उन्हें वापस करने, कथित आरक्षक पर एफआईआर दर्ज कर उसे गिरफ्तार करने कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
आवेदिका शांतनु सुलाखे ने बताया कि वह बीए प्रथम वर्ष की छात्रा है उसकी क्लास मेट रीतु पिता सुभाष मानेश्वर निवासी ग्राम बेनी ने उसे बताई कि कोई पुलिसवाले है जिसका नाम सुरेन्द कुमार दिवाकर है वह पैसे लेकर शासकीय नौकरी लगाने के लिए कह रहे है, जिसपर मैंने कही की मैं उनसे मिलूंगी, दोनों उससे मिले, मुझे उस पुलिसवाले ने कहा कि मैं तुमको टेलाग्राम विभाग में नौकरी लगा दूंगा इसके बदले मुझे पहली किस्त सात हजार फॉर्म व अन्य प्रक्रिया के लिए देने पड़ेगे।
इस पर उसने सितंबर 2025 में अपने दस्तावेज के साथ रुपये ट्रांसर्फर किए, इसके बाद उसके कहने पर उसी नंबर पर 18 सितंबर 2025 को दस हजार तो वही 27 नवंबर 2025 को पांच हजार ट्रांसफर किए। इसके बाद रुपये की मांग उसने की तो उसे मना कर नौकरी नहीं लगाने पर रुपये वापस मांगे तो पहले तो उसने कुछ दिनों तक टालमटोल किया फिर अपना फोन बंद कर दिया है।
धोखाधड़ी के बारे में मिली जानकारी के अनुसार स्वयं को आरक्षक बताने वाला यह युवक सुरेंद्र कुमार दिवाकर कौन है फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन बताया गया कि वह गायखुरी वार्ड नंबर 33 स्थित रामगली में किराए के कमरे पर निवास करता है, जो अपने आप को पुलिस आरक्षक बताता है। वहीं मिली जानकारी के अनुसार वह 36वीं बटालियन कनकी में मेंशन के पद पर पदस्थ है, जानकारी के अनुसार इसके पूर्व में भी दो से तीन अपराध नौकरी लगाने के नाम पर रुपये लेने के अपराध युवक पर दर्ज हैं।