नईदुनिया प्रतिनिधि, जगदलपुर। बस्तर में पिछले दो दिनों में हुई भारी बारिश से आई बाढ़ ने तमिलनाडु के एक हंसते-खेलते परिवार को खत्म कर दिया। पेशे से ठेकेदार जी राजेश (43) को नहीं पता था कि वह अंतिम यात्रा में निकले हैं। मंगलवार सुबह जगदलपुर से जी राजेश, पत्नी पवित्रा (40), बेटी सौमिता (आठ) और सौतन्या (10) कार में तिरुपति जाने के लिए निकले थे। साथ में ड्राइवर लालाराम यदु भी था।
गाड़ी राजेश चला रहे थे। जगदलपुर से 35 किलोमीटर दूर राष्ट्रीय राजमार्ग-30 में झीरम के समीप सुबह लगभग साढ़े आठ बजे कांगेर नाला की बाढ़ थी। वहां उपस्थित ग्रामीणों ने आगे नहीं जाने की समझाइश दी, लेकिन राजेश नहीं माने और गाड़ी आगे बढ़ा दी। पुल के बीच में पहुंचते ही कार पानी के तेज बहाव में नाले बह गई। देर रात एक बजे कार को बाहर निकाला गया। जिसमें परिवार के सभी चारों के शव थे।
कार के अनियंत्रित होकर नाले में गिरने से पहले ड्राइवर कूद गया था और कई घंटे एक पेड़ के सहारे नाले में ही फंसा रहा जिसे बाद में सुरक्षित बचा लिया गया। पुलिस ने शवों का मेडिकल कॉलेज डिमरापाल में पोस्टमार्टम कराने के बाद शवों को तमिलनाडु से आए उनके स्वजन को देर शाम सौप दिया।
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जी राजेश तमिलनाडु के बेल्लोर जिले के परंडपल्ली नटराम पल्ली के रहने वाले थे। वह परिवार सहित रायपुर में निवासरत थे और सोमवार को रायपुर से कार में तिरुपति जाने के लिए निकले थे। सोमवार रात में जगदलपुर में पंचपथ चौक निवासी शिक्षिका अनूपा दास के घर पर रुककर दूसरे दिन परिवार आगे की यात्रा पर निकला थे, जो पूरी नहीं हो सकी।