जगदलपुर। कोरोना संकटकाल में स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन के नाम पर यात्रियों से अधिक किराया लेकर कम से कम स्टेशनों में रुकने वाली स्पेशल ट्रेनों को लेकर यात्रियों की शिकायत को वाल्टेयर रेलमंडल ने गंभीरता से लिया है। दो अगस्त को नईदुनिया में स्पेशल ट्रेन नहीं रूकने से ग्रामीण परेशान शीर्षक से प्रकाशित खबर को संज्ञान में लेकर वाल्टेयर रेलमंडल प्रशासन ने किरंदुल-विशाखापटनम और जगदलपुर-भुवनेश्वर स्पेशल ट्रेन का स्टापेज बढ़ाने का प्रस्ताव इस्ट कोस्ट रेल जोन भुवनेश्वर को भेजा है। जोन से प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेजा जाएगा और यदि वहां से स्टापेज की बढ़ाने बढ़ाने को मंजूरी मिल जाती है तो यात्रियों की शिकायत दूर हो जाएगी।
बता दें कि मार्च 2020 में लाकडाउन से पहले किरंदुल-कोत्तावालसा रेललाइन पर दो यात्री ट्रेनें किरंदुल-विशाखापट्टनम के बीच चलती थी। इसमें पैसेंजर ट्रेन सुबह किरंदुल से रवाना होकर रात में विशाखापटनम पहुंचती थी। इसी तरह नाइट एक्सप्रेस शाम को किरंदुल से रवाना होकर दूसरे दिन तड़के विशाखापट्नम पहुंचती थी। पैसेंजर ट्रेन इस रेललाइन पर स्थित सभी 48 स्टेशनों पर रुकती थी। वर्तमान में पैसेंजर ट्रेन की समयसारिणी पर स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन का संचालन किया जा रहा है। स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन का स्टापेज केवल बचेली, दंतेवाड़ा, काकलूर, डिलमिली, जगदलपुर, जैपुर, कोरापुट, अरकू, कोत्तावालसा में तय किया गया है। इसके कारण छोटे स्टेशनों के आसपास के गांवों के लोग इस ट्रेन में सफर नहीं कर पा रहे हैं।
इसी तरह भुवनेश्वर-हीराखंड स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन भी पहले के मुकाबले बहुत कम स्टेशनों में रुकती है। कोरापुट-रायगढ़ा के बीच यह ट्रेन सामान्य एक्सप्रेस दर्जा रहने के दौरान दामनजोड़ी सहित लगभग सभी स्टेशनों में रुकती थी। स्पेशल के दर्जे के साथ हीराखंड जगदलपुर से कोरापुट के बीच 116 किलोमीटर के सफर में केवल जैपुर और कोरापुट-रायगढ़ा के बीच 276 किलोमीटर की दूरी में चार स्टेशनों में ही रुकती है। इसके कारण पहले के समान यात्रियों को सुविधा नहीं मिल पा रही है। इधर बस्तर चेंबर आफ कामर्स ने नाइट एक्सप्रेस ट्रेन सहित जगदलपुर-हावड़ा समलेश्वरी एक्सप्रेस टेन का संचालन शीघ्र प्रारंभ करने और यात्रियों की परेशानी को देखते हुए किरंदुल-विशाखापट्नम के बीच पैसेंजर ट्रेन का संचालन शुरू करने की मांग दोहराई है।
भेजा गया है प्रस्ताव
वाल्टेयर रेलमंडल के जनसंपर्क अधिकारी जयराम बिरलंगी ने नईदुनिया को चर्चा में बताया कि बस्तर से चलने वाली दोनों स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेनों के स्टापेज की संख्या बढ़ाने का प्रस्ताव रेलमंडल द्वारा इस्ट कोस्ट रेल जोन भुवनेश्वर को भेजा गया है।