नईदुनिया प्रतिनिधि, जगदलपुर: बस्तर सांसद महेश कश्यप ने बुधवार को दिल्ली में संसद भवन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की। इस अवसर पर महेश कश्यप ने प्रधानमंत्री मोदी को बस्तर की सांस्कृतिक धरोहर विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा उत्सव में शामिल होने आमंत्रित किया। सांसद ने कहा कि बस्तर दशहरा उत्सव में आपका आगमन स्मरणीय होगा। उन्होंने प्रधानमंत्री को दशहरा उत्सव के आयोजन के कार्यक्रम विवरण की पुस्तिका भी भेंट की।
उल्लेखनीय है कि 75 दिनों तक चलने वाले बस्तर दशहरा उत्सव की शुरूआत हो चुकी है। सितंबर के अंतिम सप्ताह से अक्टूबर मास के प्रथम सप्ताह तक उत्सव के प्रमुख पूजा विधान संपन्न होंगे। विदित हो कि सांसद बस्तर दशहरा आयोजन समिति के अध्यक्ष भी हैं। प्रधानमंत्री से भेंट के दौरान सांसद के साथ उनकी पत्नी चंपा कश्यप और तीन वर्षीय पुत्री क्षमता कश्यप भी थी।
महेश कश्यप ने बस्तर को माओवादी हिंसा से मुक्त करने के लिए केंद्र सरकार की निर्णायक ठोस नीति के लिए प्रधानमंत्री का आभार जताया। उन्होंने बस्तर के विकास के लिए केंद्र सरकार द्वारा लिए जा रहे निर्णयों और सहयोग की चर्चा करते हुए कहा कि आदिवासी बहुल बस्तर माओवादी हिंसा से मुक्ति के साथ ही विकास की दौड़ में शिक्षा सहित हर क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है।
विकसित बस्तर की संकल्पना को साकार होते जनता देख रही है। बस्तर की प्रस्तावित रेल परियोजनाओं की चर्चा करते हुए सांसद ने प्रधानमंत्री से इन्हें जनजातीय गौरव कारिडोर का दर्जा देने का अनुरोध किया। उनका कहना था कि रावघाट-जगदलपुर रेललाइन परियोेजना का निर्माण जल्दी शुरू किया जाना चाहिए, जिससे बस्तर के विकास को और तेजी मिल सके। सांसद ने प्रधानमंत्री से बस्तर आकर रावघाट-जगदलपुर रेल परियोजना के लिए भूमिपूजन करने का आग्रह भी किया। महेश कश्यप ने बस्तर से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्गो को फोन लेन में परिवर्तित करने की दिशा में भी पहल हो रही है। इससे बस्तर तेजी से विकास की मुख्यधारा में शामिल हो रहा है।
सौजन्य मुलाकात के दौरान सांसद महेश कश्यप ने प्रधानमंत्री को काष्ठ निर्मित स्मृति चिन्ह भेंट किया। जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का चित्र उत्कीर्ण है, साथ ही केंद्र सरकार के कुछ महत्वपूर्ण निर्णयों और कार्यक्रमों का उल्लेख किया गया है। प्रधानमंत्री से भेंट और उनसे हुई चर्चा की जानकारी सांसद द्वारा मीडिया को बयान जारी कर दी गई।
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उन्होंने बतायाकि सार्वजनिक कार्यक्रमों में स्वयं प्रधानमंत्री द्वारा बस्तर में आ रहे बदलाव और यहां की विशेषताओं का बार-बार उल्लेख किया जाना बस्तर के लिए गर्व का विषय है और इससे यह स्पष्ट होता है कि यह क्षेत्र प्रधानमंत्री के हृदय के कितना निकट है।