
नईदुनिया प्रतिनिधि, जगदलपुर। Chhattisgarh Naxal News: छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद के खात्मे के केंद्र और राज्य सरकार के संकल्प का यहां बस्तर में बड़ा असर देखने को मिल रहा है। प्रदेश में भाजपा की नई सरकार बनने के सरकार के अनुरोध पर केंद्र सरकार ने दिसंबर के अंत में सीमा सुरक्षा बल के तीन हजार और भारत तिब्बत सीमा पुलिस के भी इतने की जवान बस्तर भेजने का निर्णय ले लिया था। इनका बस्तर आना भी शुरू हो गया है।
नारायणपुर का अबूझमाड़ जिसे नक्सली अभी तक अपना सबसे सुरक्षित ठिकाना मानते थे वहां से नक्सलियों को खदेड़ने की प्रारंभिक रणनीति चार माह पहले बना ली गई थी। नईदुनिया ने एक जनवरी को नक्सलवाद के खात्मे को सीआरपीएफ के तीन हजार जवान भेजे जाएंगे छत्तीसगढ़ शीर्षक से प्रथम पेज पर खबर प्रकाशित की थी। मुख्यमंत्री बनने के बाद छह जनवरी को अपने प्रवास पर जगदलपुर आए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने नक्सलवाद से कड़ाई से निपटनें की बात कही थी।.jpg)
भौगोलिक विषमता वाले लगभग 3905 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में विस्तारित अबूझमाड़ में पिछले चार महीनों में लगातार नक्सलियों पर दबाव बनाया जा रहा है। 16 जनवरी को पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने नईदुनिया से चर्चा में बताया था कि बरसात के पहले अबूझमाड़ में लगातार सुरक्षा बलों द्वारा आपरेशन लांच किए जाएंगे। अबूझमाड़ से नक्सलियों को खदेड़ने की रणनीति पर अमल करते हुए मंगलवार को डीआरजी और एसटीएफ की संयुक्त फोर्स ने अबूझमाड़ में नक्सलियों के ठिकाने पर हमला कर 10 नक्सलियों को मार गिराया।
बता दें कि अबूझमाड़ में पहली बार एक साथ इतनी संख्या में नक्सलियों को मारने में सुरक्षा बलों को सफलता मिली है। इस कार्रवाई से साफ हो गया है कि अबूझमाड़ अब नक्सलियों का सुरक्षित ठिकाना नहीं होगा। सुरक्षा बल नक्सलियों के खिलाफ लगातार इस क्षेत्र में अभियान जारी रखने वाली है। पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज सुंदरराज पी का कहना है कि नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान जारी रहेगा। नक्सली हथियार डालकर मुख्यधारा में आ जाएं अन्यथा मारे जाएंगे।.jpg)
कहां हैं अबूझमाड़
नारायणपुर जिले के ओरछा ब्लाक को अबूझमाड़ कहा जाता है। इसका क्षेत्रफल 3905 वर्ग किलोमीटर है। सघन वन और दुर्गम भौगोलिक क्षेत्र वाले अबूझमाड़ उत्तर से दक्षिण तक 95 किलोमीटर तथा पूर्व से पश्चिम दिशा में 56 किलोमीटर तक विस्तारित है। इस क्षेत्र को बस्तर संभाग के बस्तर, काेंडागांव, कांकेर, बीजापुर और दंतेवाड़ा तथा महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले की सीमा छूती है। अबूझमाड़ को सभी दिशाओें से घेरने सुरक्षा बल के नवीन कैंप खोले गए हैं। अबूझमाड़ में भी दो कैंप अंदरूनी क्षेत्र में खोले जा चुके हैं। आगामी दिनों में इनकी संख्या भी बढ़ाने की योजना है। अबूझमाड़ में 237 गांव हैं। जिनमें 201 आबाद और 36 वीरान बताए गए हैं।