जगदलपुर। प्रदेश में रेल जोन मुख्यालय बिलासपुर राजधानी रायपुर से लेकर बस्तर तक इन दिनों रेल मांगों से जुड़े मुद्दे सुर्खियों में हैं। रेलवे भी बड़े मुद्दों को छोड़ दिया जाए तो जोन मंडल स्तर की छोटी-छोटी मांगों को पूरा कर जनता की नाराजगी को कम करने का प्रयास शुरू कर चुका है। पहले छोटे मुद्दों जिन पर जोन व मंडल स्तर पर आसानी से निर्णय लिया जा सकता है को भी लटकाए रखा जाता था पर धरना प्रदर्शन आंदोलन पदयात्रा के दबाव से रेलवे की कार्यशैली में आंशिक बदलाव देखा जा रहा है।
इस बीच बस्तर की छोटी मांगों दंतेवाड़ा जिले में किरंदुल-कोत्तावालसा रेललाइन स्थित लौह नगरी बचेली में इस क्षेत्र से गुजरने वाली दोनों यात्री ट्रेनों किरंदुल-विशाखापटनम एक्सप्रेस और किरंदुल-विशाखापटनम नाइट एक्सप्रेस का ठहराव स्टापेज बुधवार से शुरू हो गया है। इसी तरह पड़ोसी राज्य ओड़िशा में कोरापुट-रायगड़ा रेललाइन स्थित लक्ष्मीपुर स्टेशन में जगदलपुर से चलने वाली जगदलपुर-भुवनेश्वर हीराखंड एक्सप्रेस, जगदलपुर-हावड़ा समलेश्वरी एक्सप्रेस और जगदलपुर-राउरकेला एक्सप्रेस का भी स्टापेज दे दिया गया है।
नईदुनिया ने एक दिन पहले 26 अप्रैल को जगदलपुर की यात्री ट्रेनें रुकेंगी लक्षमीपुर स्टेशन में भी शीर्षक से प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी। ट्रेनों का स्टापेज बढ़ाने से इन स्टेशनों तक यात्रा करने वाले यात्रियों को अब आसानी होगी पहले लक्ष्मीपुर और बचेली जाने वाले यात्रियों को नजदीकी स्टेशन जहां स्टापेज होता था। वहां तक रेल सफर करके फिर सड़क मार्ग से गंतव्य तक पहुंचना पड़ता था।
हीराखंड एक्सप्रेस में अतिरिक्त तृतीय श्रेणी वातानुकूलित कोच
इस समस्या से छुटकारा मिल गया है। गर्मी की छुट्टियों में ट्रेनों में भीड़ को देखते हुए जगदलपुर-भुवनेश्वर हीराखंड एक्सप्रेस में एक मई से एक अतिरिक्त तृतीय श्रेणी वातानुकूलित कोच जोड़ने का आदेश जारी किया गया है। कुछ दिनों पहले हावड़ा-जगदलपुर समलेश्वरी एक्सप्रेस में भी एक अतिरिक्त कोच जोड़ा गया था। अतिरिक्त कोच जुड़ने से यात्रियों को बर्थ के आरक्षण के लिए ज्यादा परेशान नहीं होना पड़ेगा।