
जगदलपुर। किरंदुल-विशाखापटनम नाइट एक्सप्रेस (डाउन ट्रेन-18513) की संशोधित समयसारिणी के कारण विशाखापटनम जाने वाले यात्रियों को वहां दो से तीन घंटे स्टेशन में भटकने के लिए विवश होना पड़ रहा है। विशाखापटनम गंतव्य स्टेशन है और नाइट एक्सप्रेस रात 2.40 बजे वहां पहुंच जाती है। इस कारण यात्री स्टेशन में बैठकर रात बिताते हैं और सुबह होने पर स्टेशन से बाहर निकलते हैं।
सांसद दीपक बैज ने नाइट एक्सप्रेस की समयसारिणी को अव्यवहारिक बताते हुए पुरानी समयसारिणी के अनुसार ट्रेन का संचालन करने की मांग वाल्टेयर रेलमंडल प्रशासन से की है। ज्ञात हो कि कोरोना महामारी आपदा के समय मार्च 2020 में यात्री ट्रेनों का पूरे देश में एक साथ संचालन रोक दिया गया था। उस समय नाइट एक्सप्रेस का परिचालन पुरानी समयसारिणी के अनुसार किया जाता था। जिसके अनुसार जगदलपुर से रात 7.40 बजे छूटकर ट्रेन दूसरे दिन तड़के 3.50 बजे विशाखापटनम पहुंचती थी। जिसे ज्यादा सुविधाजनक माना जाता था।
कोरोना काल के बाद इस साल जनवरी में नाइट एक्सप्रेस का दोबारा संचालन प्रारंभ किया तो समयसारिणी भी बदल दी गई। वर्तमान समयसारिणी में यह गाड़ी किरंदुल से दोपहर बाद तीन बजे रवाना होकर शाम 6.20 बजे जगदलपुर पहुंचती है। यहां से 6.30 को रवाना होकर दूसरे दिन तड़के 2.40 बजे विशाखापटनम पहुंचती है। सांसद बैज का कहना है कि नाइट एक्सप्रेस के यात्रियों में बड़ी संख्या में मरीज भी होते हैं जो इलाज कराने के लिए विशाखापटनम जाते है। इनके लिए आधी रात विशाखापटनम पहुंचकर स्टेशन में रात गुजारने की विवशता होती है। बैज ने कहा कि उन्होंने रेलमंडल प्रशासन से इस ट्रेन को पुरानी समयसारिणी के अनुसार ही चलाने का अनुरोध किया है।
जुलाई में जारी होगी नई समयसारिणी
हर साल एक जुलाई अथवा एक अक्टूबर को भारतीय रेलवे यात्री ट्रेनों की समयसारिणी जारी करता है। इस साल एक जुलाई को नई समयसारिणी घोषित किए जाने की संभावना जताई ेजा रही है। विदित हो कि विशाखापटनम से किरंदुल जाने वाली नाइट एक्सप्रेस (अप ट्रेन- 18514) की समयसारिणी ज्यादा सुविधाजनक है। विशाखापटनम से रात 9.20 बजे रवाना होकर दूसरे दिन सुबह 5.05 बजे गाड़ी जगदलपुर आकर दस मिनट रूकने के बाद आगे के लिए रवाना होकर सुबह 9.00 बजे किरंदुल पहुंचती है।
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किरंदुल जा रही यात्री ट्रेन दंतेवाड़ा में रोकी गई
जगदलपुर। विशाखापटनम से किरंदुल जा रही एक्सप्रेस ट्रेन शनिवार देर शाम को नक्सली भय से किरंदुल से 50 किलोमीटर पहले दंतेवाड़ा स्टेशन में रद कर दी गई। अचानक ट्रेन को रद करने का निर्णय लेने से किरंदुल की ओर सफर कर रहे 30 से अधिक यात्रियों को दंतेवाड़ा से सड़क मार्ग से बचेली किरंदुल जाना पड़ा। यात्री इसके कारण काफी परेशान भी हुए। रविवार को यह गाड़ी दंतेवाड़ा से ही विशाखापटनम के लिए लौटेगी। नक्सलियों द्वारा पांच से 11 जून तक जनपितुरी सप्ताह मानने की घोषणा को देखते हुए वाल्टेयर रेलमंडल ने जगदलपुर से किरंदुल के बीच रेल यात्री सेवा को बंद रखने का निर्णय लिया है। किरंदुल-विशाखापटनम एक्सप्रेस और किरंदुल-विशाखापटनम नाइट एक्सप्रेस दोनों यात्री ट्रेनों का संचालन 11 जून तक जगदलपुर से विशाखापटनम के बीच किया जाएगा। इस अवधि में यात्री ट्रेनें किरंदुल नहीं भेजी जाएंगी लेकिन मालगाड़ियों का परिचालन जारी रहेगा। रेल प्रशासन ने सतर्कता के साथ रात में किरंदुल रेलखंड में धीमी रफ्तार से ट्रेनों का परिचालन करने का निर्देश रनिंग स्टाफ को जारी किया है।