गहराता जा रहा सीसी कैमरा फुटेज का रहस्य
सक्ती में 9 नवंबर को पांच व्यवसायियों के घर व संस्थान में पड़े छापे के बाद इनमें से किसी एक के द्वारा छिपाए गए लगभग डेढ़ करोड़ रूपए और तीन पेटी में रखे सोने की चोरी और अनाधिकृत तौर पर आरक्षक द्वारा व्यापारियों के साथ जाकर उसकी बरामदगी से जुड़े
By Yogeshwar Sharma
Edited By: Yogeshwar Sharma
Publish Date: Wed, 23 Nov 2022 11:48:20 PM (IST)
Updated Date: Wed, 23 Nov 2022 11:48:20 PM (IST)

जांजगीर- चांपा । सक्ती में 9 नवंबर को पांच व्यवसायियों के घर व संस्थान में पड़े छापे के बाद इनमें से किसी एक के द्वारा छिपाए गए लगभग डेढ़ करोड़ रूपए और तीन पेटी में रखे सोने की चोरी और अनाधिकृत तौर पर आरक्षक द्वारा व्यापारियों के साथ जाकर उसकी बरामदगी से जुड़े फुटेज को लेकर रूई व्यापारी पुष्पेन्द्र देवां गन की डीएसपी और आरक्षक के खिलाफ शिकायत की जांच धीमी गति से चल रही है। अब तक मामले में केवल प्रार्थी का ही बयान हुआ है।
9 से 13 नवंबर तक सक्ती के पांच व्यवसायी सत्य विद्या ज्वेलर्स के संचालक अरूण अग्रवाल, सक्ती नगरपालिका के पूर्व अध्यक्ष श्याम सुंदर अग्रवाल, जमीन कारोबारी जगदीश बंसल, कमल अग्रवाल, आनंद अग्रवाल के घर व प्रतिष्ठान में आयकर का छापा पड़ा था। इस दौरान एक व्यवसायी द्वारा अपनी नौकरानी के माध्यम से लगभग डेढ़ करोड़ रूपए और तीन पेटी सोना छुपाए जाने की चर्चा नगर में है इतना ही नहीं छापे के बाद उसे वापस लेने गए तो इसकी चोरी होने और उसकी बरामदगी भी पुलिस की
अनाधिकृत ढंग से मदद के बाद कर ली गई। पुलिस और व्यवसायियों की आवाजाही व अन्य गतिविधि हरेठी के रूई व्यापारी पुष्पेंद्र देवांगन के दुकान में लगे सीसी कैमरे में कैद हो गई। आरक्षक भागवत श्रीवास व्यापारी के घर पहुंचकर सीसी कैमरे के फुटेज को डिलीट करने का प्रयास किया और कंप्यूटर के हार्डडिस्क को ले जाने की कोशिश कंप्यूटर आपरेटर द्वारा की गई इसका विरोध करने पर आरक्षक द्वारा उसके धमकाने का आरोप भी पुष्पेंद्र देवांगन ने लगाया है उन्होंने एसडीओपी तस्मील आरिफ पर भी लोगों के बीच धारा 376 और चोरी के मामले में फंसाने की धमकी देने का आरोप लगाया है मामले की जांच के लिए एसपी एमआर अहिरेने एएसपी गायत्री सिं ह को जांच अधिकारी नियुक्त किया है। मगर जांच की गति धीमी हैअब तक केवल प्रार्थी पुष्पेंद्र देवांगन का ही बयान हुआ है। पुलिस ने उक्त फुटेज भी अभी जब्त नहीं किया है इधर नगर में इसको लेकर पुलिस की कार्यप्रणाली पर संदेह होने लगा है।
आलाधिकारियों की अनभिज्ञता समझ से परे
नए जिला सक्ती में इतनी बड़ी घटना हो गई आरक्षक की मदद से करोड़ो की अवैध धान की चोरी अनाधिकृत रूप से पकड़ी गईमगर पुलिस के बड़े अधिकारियों को आखिर इसकी भनक कैसे नहीं लगी। कानून के हाथ लंबे होने की बात कही जाती हैमगर यहां पुलिस ही हाथ पैर क्योंसमेट रही हैइसकी चर्चा भी नगर में जोरों पर हैवे सीसी फुटेज मामले की जांच रिपोर्ट का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।