CG Job Fraud: सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर दंपती से 10 लाख की ठगी, दिया फर्जी नियुक्ति पत्र
कबीरधाम ने पुलिस ने सरकारी नौकरी का झांसा देकर 20 लाख की ठगी करने वाले शातिर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने सरकारी पद पर नौकरी दिलाने के नाम पर एक दंपती से 10 लाख ऐंठ लिए और उन्हें फर्जी नियुक्ति पत्र थमा दिया। धाखाधड़ी की जानकारी पर पीड़ितो ने थाने में शिकायत दर्ज करवाई।
Publish Date: Wed, 13 Aug 2025 08:25:16 AM (IST)
Updated Date: Wed, 13 Aug 2025 08:30:11 AM (IST)
सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी (सांकेतिक फोटो)HighLights
- सरकारी नौकरी देने के नाम पर दंपती से 10 लाख की ठगी
- पुलिस ने आरोपी को युवक को राजनांदगांव ने किया गिरफ्तार
- आरोपी ने फर्जी नियुक्ति पत्र देकर पीड़ितों को झांसे में लिया
नईदुनिया प्रतिनिधि, कवर्धा : कबीरधाम जिला पुलिस ने सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर दंपती से 10 लाख की ठगी करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपी ने पटवारी पद पर नौकरी लगवाने का झांसा देकर न केवल मोटी रकम ऐंठी, बल्कि फर्जी नियुक्ति आदेश भी सौंपा। पुलिस ने आरोपी के पास से मोबाइल, परीक्षा प्रवेश पत्र, फर्जी नियुक्ति आदेश और अन्य दस्तावेज जब्त किए हैं।
मामला सामने आने के बाद पुलिस की विशेष टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को राजनांदगांव से दबोच लिया। 6 जनवरी 2025 को ग्राम गगरिया खम्हरिया (थाना साहसपुर लोहरा) निवासी गोपेश्वर साहू ने थाने में लिखित शिकायत दी। उन्होंने बताया कि राजनांदगांव के ममता नगर निवासी असलम खान (39) ने उन्हें और उनकी पत्नी को पटवारी पद पर शासकीय नौकरी दिलाने का वादा किया। विश्वास में लेकर आरोपी ने 10 लाख रुपये लिए और बदले में फर्जी नियुक्ति आदेश सौंप दिया। कुछ समय बाद दस्तावेजों की सच्चाई सामने आने पर पीड़ित को ठगी का अहसास हुआ।
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जांच के बाद जोड़ी गईं फर्जी दस्तावेज की धाराएं
शिकायत पर साहसपुर लोहरा थाना पुलिस ने अपराध क्रमांक 05/2025, धारा 420 भा.दं.वि. के तहत मामला दर्ज किया था। जांच के दौरान ठगी में फर्जी दस्तावेजों के इस्तेमाल की पुष्टि हुई, जिसके बाद आरोपी पर धारा 467, 468 और 471 भा.दं.वि. की धाराएं भी जोड़ी गईं। मामला गंभीर होने के चलते वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी गई और पुलिस अधीक्षक धर्मेन्द्र सिंह के मार्गदर्शन में एक विशेष टीम गठित की गई।
आरोपी की तलाश में दबिश
गठित टीम ने आरोपी की तलाश में संभावित ठिकानों पर दबिश दी। आरोपी असलम खान को राजनांदगांव से हिरासत में लिया गया। पूछताछ में उसने कबूल किया कि उसने पीड़ित दंपती को नौकरी लगवाने का झांसा देकर 10 लाख रुपये ठगे थे।
फर्जी नियुक्ति पत्र से भरोसा जीतने का खेल
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी ने शिकार को अपने जाल में फंसाने के लिए सरकारी प्रारूप से मिलता-जुलता फर्जी नियुक्ति पत्र तैयार करवाया था। इसे दिखाकर उसने पीड़ित को विश्वास दिलाया कि उसकी नियुक्ति पक्की है। रकम लेने के बाद आरोपी लंबे समय तक टालमटोल करता रहा। जब पीड़ित ने नियुक्ति पत्र की जांच करवाई, तो सारा खेल खुल गया। ![naidunia_image]()
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गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ जप्ती और गिरफ्तारी की कार्रवाई पूरी की। आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया। पुलिस मामले की आगे जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इस ठगी में और कोई शामिल था या नहीं।
सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी गंभीर अपराध है। इस तरह के मामलों में हम जीरो टालरेंस की नीति पर काम कर रहे हैं। कोई भी व्यक्ति ऐसे लालच में न आए और संदिग्ध गतिविधि की तुरंत पुलिस को सूचना दें। कबीरधाम पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि सरकारी नौकरी दिलाने का दावा करने वाले किसी भी व्यक्ति को पैसा न दें। नियुक्ति केवल अधिकृत भर्ती प्रक्रिया से ही संभव है। किसी भी संदिग्ध प्रस्ताव की सूचना तुरंत पुलिस को दें।- धर्मेन्द्र सिंह, पुलिस अधीक्षक, कबीरधाम