कवर्धा(नईदुनिया न्यूज)। राज्य में पहली बार हज हाउस निर्माण की घोषणा की गई है। यह हाउस रायपुर में तैयार किया जाएगा। इसे लेकर बीते दिनों रायपुर में इसकी आधारशीला रखी गई है। इस पहल से मुस्लिम अल्पसंख्यक समुदायखुश है और मुख्यमंत्री को धन्यवाद ज्ञापित किया है, वहीं अब इस हज हाउस के नामकरण को लेकर मांग उठ रही है।
गुरुवार को कवर्धा के गृुलामाने अमीने शरीअत कमेटी ने ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन के माध्यम से मांग की गई है कि हज हाउस का नाम हमारे धर्मगुरु हुजूर अमीने शरीअत अल्लामा सिब्तैन रजा खा ं के नाम पर रखा जाए, क्योंकि उनका खानदान हिन्दुस्तान सहित सम्पूर्ण विश्व में प्रसिद्घ है। उनके पूर्वज हुजूर आला हजरत के नाम पर ट्रेन, शैक्षणिक संस्थायें व हज हाउस आदि संचालित है। राज्य में हुजूर अमीने शरीअत ने अपने जीवन का एक बड़ा हिस्सा 52 सालों तक रहकर तमाम अवाम की भलाई के लिए कार्य किया। उनकी शख्सियत ऐसी कि मुस्लिमों के साथ हमारे हिन्दू भाई भी अपनी तकलीफ परेशानी को लेकर उनकी खिदमत में हाजिर होते। उन्होंने अपना पूरा जीवन मानवता की भलाई के कामों में लगा दिया।
राज्य में 90 प्रतिशत अनुयायी हैं
रियाज कादरी ने बताया कि धर्मगुरु हुजूर अमीने शरीअत अल्लामा सिब्तैन रजा खां के राज्य में करीब 90 प्रतिशत लोग अनुयायी हैं। अन्य राज्यों जैसे मध्यप्रदेश, ओडिशा , महाराष्ट्र , आन्ध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश आदि राज्यों में उनके मुरीद बहुतायत में है। छत्तीसगढ़ में धर्मगुरु हुजूर अमीने शरीअत अल्लामा सिब्तैन रजा खां नाम से कई मस्जिद व मदरसों का संचालन भी किया जा रहा है। उन्होंने राज्य में इस्लाम के साथ मानवता की जो खिदमत की है, इसे देखते हुए कमेटी के सदस्यों व मुस्लिम अवाम ने धर्मगुरु हुजूर अमीने शरीअत अल्लामा सिब्तैन रजा खां द्वारा राज्य में किए गए परोपकार के कार्यो को ध्यान में रखते हुए हुए प्रस्तावित हज हाउस का नाम रखने की मांग की है।
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