
नईदुनिया प्रतिनिधि कोंडागांव/माकड़ी। विकासखंड माकड़ी के कांटागांव में पारिवारिक परेशानी का फायदा उठाकर एक युवक और उसके परिवार का जबरन धर्म परिवर्तन कराने का मामला सामने आया है। पीड़ित युवक तरुण कुंजाम ने समय रहते सतर्कता दिखाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद आरोपियों को थाने लाया गया।
क्या है मामला
जानकारी के अनुसार तरुण कुंजाम पारिवारिक कार्य से कोंडागांव गया था। इस दौरान वह कमला कश्यप नामक वाहन चालक के ऑटो में सफर कर रहा था। यात्रा के दौरान वह मोबाइल पर अपने परिवार की समस्याओं को लेकर बातचीत कर रहा था। बातचीत सुनकर कमला कश्यप ने समस्या ठीक कराने की बात कही। स्वयं को हिंदू समझकर तरुण ने अपनी पारिवारिक समस्या साझा कर दी।
इसके बाद कमला कश्यप ने तरुण से मोबाइल नंबर लेकर फोन पर मंत्र सुनाने शुरू किए, जिसकी रिकॉर्डिंग तरुण के मोबाइल में मौजूद है। साथ ही उसके घर आने की बात भी कही गई। उस समय तरुण को यह जानकारी नहीं थी कि संबंधित लोग ईसाई समुदाय से जुड़े हैं।
कुछ दिनों बाद कमला कश्यप के साथ अरुण चौहान, संतोष कश्यप, किरण पुजारी और दुलारी चौहान दो पुरुष और दो महिलाएं, तरुण के घर पहुंचे। आरोप है कि उन्होंने घर में जाकर दबाव बनाते हुए कहा कि पूरे परिवार को ईसाई धर्म अपनाना होगा और यह काम तुरंत करना पड़ेगा, क्योंकि 25 दिसंबर को ईसाई धर्म का बड़ा त्योहार क्रिसमस है। उन्होंने घर के देवी-देवताओं को हटाने और ईसाई धर्म मानने की बात कही तथा यह दावा किया कि ऐसा करने से परिवार की सभी परेशानियां खत्म हो जाएंगी।
इन बातों को सुनकर तरुण डर गया और उसे स्पष्ट रूप से समझ आ गया कि यह लोग योजनाबद्ध तरीके से उसका और उसके परिवार का धर्म परिवर्तन कराने आए हैं। उसने तत्काल अपने दोस्तों और गांव के लोगों को सूचना दी। ग्रामीणों और मित्रों ने मौके पर पहुंचकर पूछताछ की, जिसमें यह स्पष्ट हुआ कि आरोपियों ने पूरे प्लान के तहत मतांतरण की कोशिश की थी।
थाने में शिकायत
घटना के बाद युवक तरुण कुंजाम ने तुरंत थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। ग्रामीणों की मदद से आरोपियों को पकड़कर थाने लाया गया, जहां पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है।
पीड़ित युवक ने प्रशासन से मांग की है कि इस प्रकार किसी की मजबूरी और पारिवारिक समस्याओं का फायदा उठाकर जबरन मतांतरण करने वालों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
क्लर्क समेत चार को पूछताछ के लिए थाने लाया गया
इस मामले में धर्मांतरण कराने के आरोप में चार लोगों को पूछताछ के लिए थाने लाया गया है। इनमें जल संसाधन विभाग में बाबू के पद पर पदस्थ अरुण कुमार चौहान, उनकी पत्नी दुलारी बाई, साली किरण पुजारी और एक मित्र संतोष कुमार कश्यप शामिल हैं।

बजरंग दल ने की सख्त कार्रवाई की मांग
इधर तरुण कुंजाम ने कहा कि मैं किसी को नहीं बुलाया, वे लोग खुद मेरे घर पहुंचे थे। घटना के बाद बजरंग दल और आदिवासी समाज के नेता थाने पहुंचे और आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने 25 दिसंबर को प्रस्तावित मसीह समाज की रैली का भी विरोध किया है।
मामले की जांच जारी - तहसीलदार
माकड़ी तहसीलदार अंकुर रात्रे ने बताया कि विवाद की सूचना पर कुछ लोगों को माकड़ी थाने लाया गया है और मामले की जांच की जा रही है। वहीं अरुण कुमार चौहान ने कहा कि मुझे बुलाया गया था, इसलिए मैं परिवार और मित्र के साथ वहां गया था। धर्म परिवर्तन कराने का कोई इरादा नहीं था।
25 दिसंबर की रैली पर रोक की मांग
आदिवासी समाज की युवा नेता छोटू सलाम ने कहा कि पुलिस सख्त कार्रवाई करे और 25 दिसंबर की रैली पर रोक लगाई जाए, अन्यथा समाज आंदोलन करेगा। बजरंग दल के जिला संयोजक दयासागर उइके ने भी सभी आरोपियों पर केस दर्ज करने की मांग करते हुए आंदोलन की चेतावनी दी।